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डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 40 मिनट में 21 हजार 58 पौधों का किया बीजरोपण

मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने (Dr Lakshyaraj Singh Mewar made world record) 40 मिनट में 21 हजार 58 पौधों का बीजारोपण कर वर्ल्ड रिकॉड बनाया है. वह अब तक सर्वाधिक 7 बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं.

Dr Lakshyaraj Singh Mewar made world record, Planting of 21058 plants in 40 minutes in udaipur
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड.
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Published : Jan 28, 2023, 10:06 PM IST

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड.

उदयपुर. मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने शनिवार को 'बीज भविष्य का' अभियान के तहत मात्र 40 मिनट में विभिन्न प्रकार के 21 हजार 58 पौधों के बीज रोपण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. डॉ. लक्ष्यराज ने अपनी टीम के माध्यम से विभिन्न प्रकार के बीजों का रोपण सिटी पैलेस स्थित जनाना महल में कर यह विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है.

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बताया कि उन्होंने भूमि-पर्यावरण संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह पहल की है क्योंकि वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग की समस्या सबसे ज्यादा चिंतित कर रही है. इसके साथ ही डॉ. लक्ष्यराज ने समाज सेवा व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सर्वाधिक 7 बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. डॉ. लक्ष्यराज ने कहा कि समाज सेवा में लगातार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने का सिलसिला मेवाड़ में रियासतकाल से चला आ रहा है. सेवा और सम्मान की इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए वह समाज सेवा को लेकर आगे भी लोगों को जागरूक करते रहेंगे.

पढ़ें. 7वीं कक्षा तक पढ़ी डॉली जैन, फर्राटेदार बोलती हैं अंग्रेजी, बनाया एक साड़ी को 325 तरीके से पहनने का वर्ल्ड रिकॉर्ड

लक्ष्यराज ने हाल ही में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भारतीय सेना को हाईटेक एंबुलेंस और राजस्थान पुलिस के माध्यम से जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री भी वितरित की थी. मेवाड़ इससे पहले सर्वाधिक महिला स्वच्छता प्रोडक्ट्स, वस्त्रदान, स्टेशनरी दान और पर्यावरण संरक्षण के लिए सर्वाधिक पौधे लगाने, स्वेटर वितरण और भोजन के पैकेट वितरण के विश्व कीर्तिमान भी स्थापित कर चुके हैं.

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के विश्व रिकॉर्ड पर एक नजर

रिकॉर्ड-1: मार्च 2019 में भी जरूरतमंदों को 3 लाख 29 हजार 250 वस्त्रों का दान कर पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था. एकत्रित किए तीन लाख कपड़ों को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, ओमान, श्रीलंका, यूएई सहित अन्य देशों के 80 शहरों से एकत्रित कर जरूतमंदों तक पहुंचाया.

रिकॉर्ड-2: अगस्त 2019 को 24 घंटे में 20 टन से ज्यादा स्टेशनरी छात्र-छात्रों में वितरित कर दूसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उदयपुर संभाग में एक महीने तक शिक्षा प्रोत्साहन कैंपेन चलाकर सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को किताब, कॉपी-पेन-पेंसिल, कलर्स, बुक्स आदि शिक्षण सामग्री वितरित की.

पढ़ें. झालावाड़ के अंगदजीत ने 100 किलो वजन उठाकर रचा कीर्तिमान, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज

रिकॉर्ड-3: जनवरी 2020 को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से 20 सेकंड में 4035 पौधे लगाकर तीसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया. सिटी पैलेस के माणक चौक में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने अमलतास, गुलमोहर, सहजन व केशिया श्याम वृक्षों के 4035 पौधों को 20 सेकंड में लगाया गया.

रिकॉर्ड-4: जनवरी 2021 को मात्र एक घंटे में महिला स्वच्छता प्रबंधन से जुड़े 12 हजार 508 स्वच्छता प्रोडक्ट बांटकर चौथा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया. कोरोना महामारी के दौरान स्वच्छता और महिला माहवारी स्वच्छता प्रबंधन की अलख जगाने के लिए साढ़े बारह हजार से ज्यादा सेनेट्री पेड, हैंड सेनेटाइजर, साबुन, टूथब्रश जैसे प्रोडक्ट्स दान किए.

रिकॉर्ड-5: जनवरी 2022 को एक घंटे में 2800 से ज्यादा स्वेटर वितरण कर 5वां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. सर्दी के सीजन में जरूरतमंद 28 सौ लोगों को स्वेटर पहनाकर पुनीत पहल की.

रिकॉर्ड-6: जनवरी 2022 को एक घंटे 2800 भोजन के पैकेट का वितरण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया. उद्देश्य था कोई भूखा ना सोए का संदेश जन-जन तक पहुंचाना.

रिकॉर्ड-7: जनवरी 2023 को बीज भविष्य का अभियान के तहत 21 हजार 58 विभिन्न तरह के पेड़-पौधों के बीज बोकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया.

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड.

उदयपुर. मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने शनिवार को 'बीज भविष्य का' अभियान के तहत मात्र 40 मिनट में विभिन्न प्रकार के 21 हजार 58 पौधों के बीज रोपण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. डॉ. लक्ष्यराज ने अपनी टीम के माध्यम से विभिन्न प्रकार के बीजों का रोपण सिटी पैलेस स्थित जनाना महल में कर यह विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है.

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बताया कि उन्होंने भूमि-पर्यावरण संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह पहल की है क्योंकि वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग की समस्या सबसे ज्यादा चिंतित कर रही है. इसके साथ ही डॉ. लक्ष्यराज ने समाज सेवा व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सर्वाधिक 7 बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया है. डॉ. लक्ष्यराज ने कहा कि समाज सेवा में लगातार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने का सिलसिला मेवाड़ में रियासतकाल से चला आ रहा है. सेवा और सम्मान की इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए वह समाज सेवा को लेकर आगे भी लोगों को जागरूक करते रहेंगे.

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लक्ष्यराज ने हाल ही में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भारतीय सेना को हाईटेक एंबुलेंस और राजस्थान पुलिस के माध्यम से जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री भी वितरित की थी. मेवाड़ इससे पहले सर्वाधिक महिला स्वच्छता प्रोडक्ट्स, वस्त्रदान, स्टेशनरी दान और पर्यावरण संरक्षण के लिए सर्वाधिक पौधे लगाने, स्वेटर वितरण और भोजन के पैकेट वितरण के विश्व कीर्तिमान भी स्थापित कर चुके हैं.

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के विश्व रिकॉर्ड पर एक नजर

रिकॉर्ड-1: मार्च 2019 में भी जरूरतमंदों को 3 लाख 29 हजार 250 वस्त्रों का दान कर पहला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था. एकत्रित किए तीन लाख कपड़ों को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, ओमान, श्रीलंका, यूएई सहित अन्य देशों के 80 शहरों से एकत्रित कर जरूतमंदों तक पहुंचाया.

रिकॉर्ड-2: अगस्त 2019 को 24 घंटे में 20 टन से ज्यादा स्टेशनरी छात्र-छात्रों में वितरित कर दूसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उदयपुर संभाग में एक महीने तक शिक्षा प्रोत्साहन कैंपेन चलाकर सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को किताब, कॉपी-पेन-पेंसिल, कलर्स, बुक्स आदि शिक्षण सामग्री वितरित की.

पढ़ें. झालावाड़ के अंगदजीत ने 100 किलो वजन उठाकर रचा कीर्तिमान, इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज

रिकॉर्ड-3: जनवरी 2020 को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से 20 सेकंड में 4035 पौधे लगाकर तीसरा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया. सिटी पैलेस के माणक चौक में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने अमलतास, गुलमोहर, सहजन व केशिया श्याम वृक्षों के 4035 पौधों को 20 सेकंड में लगाया गया.

रिकॉर्ड-4: जनवरी 2021 को मात्र एक घंटे में महिला स्वच्छता प्रबंधन से जुड़े 12 हजार 508 स्वच्छता प्रोडक्ट बांटकर चौथा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया. कोरोना महामारी के दौरान स्वच्छता और महिला माहवारी स्वच्छता प्रबंधन की अलख जगाने के लिए साढ़े बारह हजार से ज्यादा सेनेट्री पेड, हैंड सेनेटाइजर, साबुन, टूथब्रश जैसे प्रोडक्ट्स दान किए.

रिकॉर्ड-5: जनवरी 2022 को एक घंटे में 2800 से ज्यादा स्वेटर वितरण कर 5वां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. सर्दी के सीजन में जरूरतमंद 28 सौ लोगों को स्वेटर पहनाकर पुनीत पहल की.

रिकॉर्ड-6: जनवरी 2022 को एक घंटे 2800 भोजन के पैकेट का वितरण कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया. उद्देश्य था कोई भूखा ना सोए का संदेश जन-जन तक पहुंचाना.

रिकॉर्ड-7: जनवरी 2023 को बीज भविष्य का अभियान के तहत 21 हजार 58 विभिन्न तरह के पेड़-पौधों के बीज बोकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया.

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