चित्तौड़गढ़ : छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई पहल अब रंग लाने लगी है. चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी वन्यजीव अभयारण्य (Bassi Wildlife Sanctuary in Chittorgarh Rajasthan) में पर्यटकों का आगमन शुरू हो गया है. गत दिनों ही क्रोकोडाइल सफारी की शुरुआत की गई थी, जिसके चलते बस्सी अभयारण्य में पर्यटक बढ़ने लगे (Tourists increased in Bassi Wildlife Sanctuary) हैं.
चित्तौड़गढ़ जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए बस्सी वन्यजीव अभयारण्य में क्रोकोडाइल प्वाइंट (Crocodile Safari in Bassi Wildlife Sanctuary) के साथ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का आनंद लेने के लिए बस्सी बांध के कैचमेंट क्षेत्र में नौकायन शुरू किया गया है. इसे शुरू करते ही पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होने लगा है. पर्यटकों को सुविधा मुहैया कराने के लिए भी वन विभाग प्रयासरत है.
मगरमच्छ व अन्य वन्यजीव मौजूद: बस्सी अभयारण्य क्षेत्र में पर्यटकों को मगरमच्छ के अलावा अन्य वन्यजीव भी देख सकते हैं. जिले के कई जलाशयों में मगरमच्छ हैं. लेकिन नौकायन के दौरान पानी के किनारे पर मगरमच्छ देखने का रोमांच अलग ही है. क्षेत्रीय वन अधिकारी अब्दुल सलीम खान का कहना है कि पहले एक दिन में औसत 20 पर्यटक ही आते थे, लेकिन क्रोकोडाइल सफारी शुरू करने के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है. अवकाश के दिनों में तो यह संख्या 200 पार हो जाती है.
गर्मी की छुट्टियों में बढ़ेंगे पर्यटक: खान ने बताया कि आगामी दिनों में गर्मी की छुट्टियां आने वाली हैं. गर्मी की छुट्टियों में भी अच्छे पर्यटन की आस है. बच्चों में नौकायन को लेकर उत्साह देखने को मिला है. ऐसे में उम्मीद है कि आगामी दिनों में पर्यटक बढ़ेंगे. जो भी कमियां सामने आ रही हैं, हम उसे पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं.
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आर्टिफिशियल टापू बनाने का काम होगा शुरू: खान ने बताया कि अभयारण्य क्षेत्र में क्रोकोडाइल सफारी को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए आर्टिफिशियल टापू बनाए जाएंगे. एक टापू पहले से ही बना हुआ है. पानी कम होने के साथ ही टापू बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा.