ETV Bharat / bharat

CAB के खिलाफ सीसीटीओ मुखर, असम में आर्थिक नाकाबंदी की तैयारी

नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों में विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं. इस क्रम में असम जनजातीय संगठन की समन्वय समिति (सीसीटीओ) के मुख्य समन्वयक आदित्य खाखलारी ने कहा कि CAB वापस लेने की मांग को लेकर राज्य में आर्थिक नाकाबंदी सहित अन्य लोकतांत्रिक कदम उठाया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर...

आदित्य खाखलारी
author img

By

Published : Nov 25, 2019, 10:14 PM IST

नई दिल्ली : असम जनजातीय संगठन की समन्वय समिति (सीसीटीओ) ने प्रस्तावित नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) की कड़ी निंदा की है और राज्य में अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकाबंदी करने का फैसला लिया है.

सीसीटीओ के मुख्य समन्वयक आदित्य खाखलारी ने कहा कि यह बिल असम के लोगों के लिए खतरा है और पूर्वोत्तर की जनसांख्यिकी को भी बदल कर रख देगा.

आदित्य खाखलारी ने की ईटीवी भारत से बात.

खाखलारी ने कहा, 'हम CAB को वापस लेने की अपनी मांग के लिए आर्थिक नाकाबंदी सहित अन्य लोकतांत्रिक कदम उठाएंगे.'

गौरतलब है कि मोदी सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में सीएबी पेश करने की योजना बना रही है.

विधेयक में नागरिकता अधिनियम,1955 में संशोधन करने और पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से अवैध रूप से भारत आये हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है.

पढ़ें : CAB को लेकर JDU की सलाह - हितधारकों को विश्वास में ले सरकार

आदित्य ने कहा कि यह भाजपा सरकार का राजनीतिक खेल है. मुस्लिमों को छोड़कर हिन्दुओं को नागरिकता प्रदान करके राजनीतिक लाभ प्राप्त करना है. जनजातीय समुदायों ने पहले ही सभी विपक्षी दलों से आंदोलन में उनका समर्थन प्राप्त करने के लिए सम्पर्क किया है.

आदित्य ने कहा, 'हमने कांग्रेस, जदयू और वामपंथी दलों से मुलाकात कर उनसे सीएबी का विरोध करने की अपील की है.'

गौरतलब है कि इस प्रदर्शन में ऑल असम स्टूडेंट यूनियन, नार्थ ईस्ट छात्र संगठन सहित असम और पूर्वोत्तर राज्यों की कई पार्टियां उनके समर्थन में हैं.

नई दिल्ली : असम जनजातीय संगठन की समन्वय समिति (सीसीटीओ) ने प्रस्तावित नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) की कड़ी निंदा की है और राज्य में अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकाबंदी करने का फैसला लिया है.

सीसीटीओ के मुख्य समन्वयक आदित्य खाखलारी ने कहा कि यह बिल असम के लोगों के लिए खतरा है और पूर्वोत्तर की जनसांख्यिकी को भी बदल कर रख देगा.

आदित्य खाखलारी ने की ईटीवी भारत से बात.

खाखलारी ने कहा, 'हम CAB को वापस लेने की अपनी मांग के लिए आर्थिक नाकाबंदी सहित अन्य लोकतांत्रिक कदम उठाएंगे.'

गौरतलब है कि मोदी सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में सीएबी पेश करने की योजना बना रही है.

विधेयक में नागरिकता अधिनियम,1955 में संशोधन करने और पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से अवैध रूप से भारत आये हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई प्रवासियों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है.

पढ़ें : CAB को लेकर JDU की सलाह - हितधारकों को विश्वास में ले सरकार

आदित्य ने कहा कि यह भाजपा सरकार का राजनीतिक खेल है. मुस्लिमों को छोड़कर हिन्दुओं को नागरिकता प्रदान करके राजनीतिक लाभ प्राप्त करना है. जनजातीय समुदायों ने पहले ही सभी विपक्षी दलों से आंदोलन में उनका समर्थन प्राप्त करने के लिए सम्पर्क किया है.

आदित्य ने कहा, 'हमने कांग्रेस, जदयू और वामपंथी दलों से मुलाकात कर उनसे सीएबी का विरोध करने की अपील की है.'

गौरतलब है कि इस प्रदर्शन में ऑल असम स्टूडेंट यूनियन, नार्थ ईस्ट छात्र संगठन सहित असम और पूर्वोत्तर राज्यों की कई पार्टियां उनके समर्थन में हैं.

Intro:New Delhi: Going ahead with their tirade against Citizenship Amendment Bill (CAB), the Coordination Committee of Tribal Organisations (CCTO) in Assam has decided to call for an indefinite economic blockade in the state.


Body:Talking to ETV Bharat, Aditya Khaklari chief coordintor of CCTO said that the bill is posing as a threat to the indeginious people of Assam. "This bill will also change the demography of Northeast," Khaklari said.

"We will take the extreme democratic steps including economic blockade to press our demand to withdraw the CAB," said Khaklari.

The Narendra Modi Government has been planning to introduce the CAB in the in going winter session of the Parliament.

The bill seeks to amend the Citizenship Act, 1955 and grant citizenship to Hindu, Sikh, Buddhist, Jain, Parsi and Christian immigrants from Pakistan, Bangladesh and Afganistan who have illegally migrated into India.

"This is a political game plan of the BJP government. It's only to get political milage by giving citizenship to the Hindu population excluding Muslims," said Khaklari.


Conclusion:The tribal body has already approached all opposition parties to support them in their movement.

"We have met Congress, JD(U), Left parties among other in the last few days and appealed then to oppose CAB," said Khaklari.

It may be mentioned here that several other organisations from Assam and Northeast inclusing All Assam Students Union (AASU), North East Student Organisation (NESO) have also met several opposition party leaders to support them in their move.

end.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.