ETV Bharat / bharat

भारत सहित पूरी दुनिया में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम - मटकी फोड़

भाद्र माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व मनाया जाता है. पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया जा रहा है. आप सभी को ETV भारत की तरफ से कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं...

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम
author img

By

Published : Aug 24, 2019, 12:03 AM IST

Updated : Sep 28, 2019, 1:30 AM IST

रायपुर: भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी देश में धूमधाम से मनाया जा रही है. 16 कलाओं से युक्त भगवान श्रीकृष्ण के अनुयायी पूरे विश्व में हैं. हर रूप में कृष्ण ने समाज को अलग दर्शन दिया है. हम भी उनके तमाम रूपों की पूजा कर आनंदित होते हैं.

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्र माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है. इस पावन मौके पर भगवान कान्हा की मोहक छवि को भक्त पूजते हैं. जन्माष्टमी पर कृष्ण भक्त रात बारह बजे तक व्रत रखते हैं. इस दिन मंदिरों में झांकियां सजाई जाती हैं और कान्हा को झूला झुलाया जाता है. कई जगह रासलीला का आयोजन होता है.

  • भाद्र पक्ष की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है. इस बार कृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र में है.
  • जो लोग भगवान कृष्ण के पूजा अर्चना करना चाहते हैं, उनके लिए सही तरीका यह है कि वह सुबह उठे और स्नान करके उपवास का संकल्प लें. कृष्ण मंदिर जाकर पूजा करें.
  • जो लोग उपवास रखना चाहते हैं तो दो तरीकों से निर्जला या फलाहार कर उपवास रख सकते हैं.

रात 12 बजे तक व्रत का पालन करें-

  • भगवान कृष्ण चंद्रवंशी माने जाते हैं उनके जन्म के समय चंद्रमा को अर्क दिया जाता है. भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने के बाद अगले दिन सुबह जब नक्षत्र पूर्ण हो जाता है, तिथि पूर्ण हो जाती है उस समय तक व्रत का पालन किया जाता है.
  • इस बार नक्षत्र सुबह 4:15 में पूर्ण हो जाएगा. उसके बाद स्नान करने के बाद कृष्ण की पूजा करने के बाद अपना व्रत खोल सकते हैं.

कृष्ण के बाल रूप का करें श्रृंगार-

  • भगवान श्री कृष्ण का बाल गोपाल रूप सबसे भव्य माना जाता है. इस बार रात को 10:44 से रात्रि 12:40 तक भगवान श्री कृष्ण के जन्म का समय रहेगा.
  • अपनी यथाशक्ति के हिसाब से भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की झांकी बना सकते हैं और श्रृंगार कर सकते हैं.

माखन, दही और दूध का भोग लगाएं-

  • गोपाल को माखन मिश्री बहुत पसंद है. आप अपने भोग में माखन मिश्री, दही, दूध और मेवा को जरूर शामिल करें. पूजा में फलों को भी शामिल करें.
  • जन्माष्टमी के दिन रात 12 बजे श्री कृष्ण की पूजा करने के दौरान उनकी मूर्ति का दूध से अभिषेक करें. इससे घर में अपार धन संपदा बना रहती है. आरती करते प्रसाद लगाएं और भोग ग्रहण करें.
  • ऐसी मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन व्रत रखने से जीवन में सफलता मिलती है और कर्म क्षेत्र में निरंतर उन्नति की प्राप्ति होती है.

आप सभी को ETV भारत की तरफ से कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं.

रायपुर: भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का उत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी देश में धूमधाम से मनाया जा रही है. 16 कलाओं से युक्त भगवान श्रीकृष्ण के अनुयायी पूरे विश्व में हैं. हर रूप में कृष्ण ने समाज को अलग दर्शन दिया है. हम भी उनके तमाम रूपों की पूजा कर आनंदित होते हैं.

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्र माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है. इस पावन मौके पर भगवान कान्हा की मोहक छवि को भक्त पूजते हैं. जन्माष्टमी पर कृष्ण भक्त रात बारह बजे तक व्रत रखते हैं. इस दिन मंदिरों में झांकियां सजाई जाती हैं और कान्हा को झूला झुलाया जाता है. कई जगह रासलीला का आयोजन होता है.

  • भाद्र पक्ष की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है. इस बार कृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र में है.
  • जो लोग भगवान कृष्ण के पूजा अर्चना करना चाहते हैं, उनके लिए सही तरीका यह है कि वह सुबह उठे और स्नान करके उपवास का संकल्प लें. कृष्ण मंदिर जाकर पूजा करें.
  • जो लोग उपवास रखना चाहते हैं तो दो तरीकों से निर्जला या फलाहार कर उपवास रख सकते हैं.

रात 12 बजे तक व्रत का पालन करें-

  • भगवान कृष्ण चंद्रवंशी माने जाते हैं उनके जन्म के समय चंद्रमा को अर्क दिया जाता है. भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने के बाद अगले दिन सुबह जब नक्षत्र पूर्ण हो जाता है, तिथि पूर्ण हो जाती है उस समय तक व्रत का पालन किया जाता है.
  • इस बार नक्षत्र सुबह 4:15 में पूर्ण हो जाएगा. उसके बाद स्नान करने के बाद कृष्ण की पूजा करने के बाद अपना व्रत खोल सकते हैं.

कृष्ण के बाल रूप का करें श्रृंगार-

  • भगवान श्री कृष्ण का बाल गोपाल रूप सबसे भव्य माना जाता है. इस बार रात को 10:44 से रात्रि 12:40 तक भगवान श्री कृष्ण के जन्म का समय रहेगा.
  • अपनी यथाशक्ति के हिसाब से भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की झांकी बना सकते हैं और श्रृंगार कर सकते हैं.

माखन, दही और दूध का भोग लगाएं-

  • गोपाल को माखन मिश्री बहुत पसंद है. आप अपने भोग में माखन मिश्री, दही, दूध और मेवा को जरूर शामिल करें. पूजा में फलों को भी शामिल करें.
  • जन्माष्टमी के दिन रात 12 बजे श्री कृष्ण की पूजा करने के दौरान उनकी मूर्ति का दूध से अभिषेक करें. इससे घर में अपार धन संपदा बना रहती है. आरती करते प्रसाद लगाएं और भोग ग्रहण करें.
  • ऐसी मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन व्रत रखने से जीवन में सफलता मिलती है और कर्म क्षेत्र में निरंतर उन्नति की प्राप्ति होती है.

आप सभी को ETV भारत की तरफ से कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं.

Intro:सीएम ने किया हथेली पर बच्चे को खड़ा, नजारा देख लोग रह गए दंग

रायपुर, सीएम हाउस का नजारा देख तब सब चौक गए, जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक छोटे से बच्चे को अपने एक हाथ की हथेली पर खड़ा कर दिया । इस दौरान भूपेश बघेल उस बच्चे को हथेली पर खड़ा कर दुलार कर रहे थे वहीं उन्हें देख सभी लोग अचंभित हो गए इस दौरान वे लोग अपनी हंसी को नहीं रोक पाए

Body:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के स्नेहिल व्यक्तित्व का एक पहलू बच्चों के प्रति लगाव भी आज देखने को मिला।

मुख्यमंत्री निवास में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के सदस्य मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई देने पहुँचे थे, उनके साथ आए एक नन्हें बच्चे को बघेल ने दुलारा, गोद में लिया और अपने हथेली पर बच्चे को खड़ा कर लिया।

अचानक बच्चे को हथेली पर खड़ा देख वहां मौजूद लोग दंग रह गए इस दौरान मुख्यमंत्री के चेहरे पर जहां मुस्कान दिख रही थी वही लोग भी हंसते हुए ठहाके लगा रहे थेConclusion:
Last Updated : Sep 28, 2019, 1:30 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.