नई दिल्ली : पाकिस्तान के हिन्दू शरणार्थियों ने शनिवार को नागरिकता संशोधन कानून के स्वागत में दिल्ली के जंतर-मंतर से भाजपा कार्यालय तक पद यात्रा निकाली.
ओड समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेंकटेश मौर्य ने इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, 'अब इस कानून से हमें मान-सम्मान मिलेगा और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.'
वेंकटेश ने कहा कि विपक्षी पार्टियां, विशेषकर कांग्रेस लोगों को इस कानून के खिलाफ भड़काने का काम कर रही है. देश में जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं, उन्हें भटकना नहीं चाहिए और उन्हें डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है.
पाकिस्तान के कराची शहर में रहने वाले शरणार्थी ने कहा कि अब तक उनका आधार व पैन कार्ड नहीं बना था, लेकिन अब इस कानून के पास हो जाने के बाद उन्हें सरकार से हर संभव मदद मिलेगी. अब वह आसानी से अपने परिवार के साथ सभी सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे.
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एक अन्य पाकिस्तानी महिला शरणार्थी ने कहा, 'हमें पाकिस्तान में तिरस्कृत भाव से देखा जाता था, इस कानून के पास हो जाने के बाद अब हमारी भारत में इज्जत है. इस कानून के पहले हमें कई तरीके की परेशानियों का सामना करना पड़ता था, लोग हमारा हाथ तक पकड़ना सही नहीं समझते थे.'
ओड समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेंकटेश ने इस दौरान यह मांग की कि केंद्र सरकार सन 1947 से लेकर अब तक उनके समाज के लोगों को उसी प्रकार सुविधाएं प्रदान करे, जैसे जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां के लोगों को दी गई हैं.
उन्होंने सरकार से यह मांग भी की कि ओड समाज के लोगों को, जो दिल्ली की संजय कॉलोनी भाटी माइंस में रह रहे हैं, मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं और उनके गांव को आदर्श ग्राम घोषित किया जाए.