नई दिल्ली : मजदूरों से टिकट के पैसे लेने के आरोप पर भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. भाजपा ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए 85 फीसदी किराया रेलवे और राज्य सरकार 15 फीसदी किराये का वहन करेगी. वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस प्रवासी मजदूरों के मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है. कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए.
भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी कांग्रेस के आरोप पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रवासी मजदूरों के मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है. कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए. गृह मंत्रालय के दिशा निर्देश स्पष्ट है. गृहमंत्रालय के दिशा निर्देश अनुसार स्टेशन पर कोई टिकट नहीं बिकेगा. रेलवे 85 फीसदी सब्सिडी दे रहा है, राज्य सरकारों को 15 फीसदी सब्सिडी देनी है. प्रवासी मजदूरों को कोई पैसा नहीं देना है. सोनिया आप कांग्रेस शासित प्रदेशों की सरकारों से टिकटों का पैसा देने को क्यों नहीं कहती.
राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट करके लिखा, 'मैंने गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश को संलग्न किया है, जिसमें साफ लिखा है कि स्टेशन पर कोई टिकट नहीं बिकेगा. रेलवे 85 फीसदी सब्सिडी दे रहा है, राज्य सरकारों को 15 फीसदी सब्सिडी देनी है. राज्य सरकारें टिकटों का पैसा दे सकती हैं, मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ऐसा कर रही है. आप कांग्रेस शासित प्रदेशों की सरकारों से ऐसा ही करने को कहें.'
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर्स फंड में दान दे रहा है तो दूसरी तरफ मजदूरों से किराया वसूल रहा है.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है. जरा ये गुत्थी सुलझाइये.'
वहीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिकों से रेलवे द्वारा किराया वसूले जाने पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि अब इन मजदूरों के लौटने पर होने वाले खर्च का वहन पार्टी की प्रदेश इकाइयां करेंगी.
मजदूरों से रेल भाड़ा वसूलने की खबर पर शुरू हुई राजनीति, कांग्रेस बोली- पार्टी देगी पैसा