बगदाद : अमेरिका और ईरान के बीच छद्म युद्ध शुरू होने की बढ़ती आशंकाओं के बीच अमेरिकी ड्रोन हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल की मौत के एक दिन बाद अमेरिका ने इराक में ईरान समर्थक लड़ाकों पर शनिवार तड़के फिर हवाई हमला किया. इस हमले में रेवोल्यूशनरी गार्ड्स और हशद के पांच-पांच सदस्य मारे गए.
बता दें बगदाद में अमेरिका के ड्रोन हमले में शुक्रवार को ईरानी कुद्स बल के कमांडर कासिम सुलेमानी और इराकी अर्द्धसैन्य बल के उप प्रमुख अबु महदी अल मुहंदिस की मौत हो गई थी.
साथ ही अमेरिका ने इराक में और बल भेजने का संकल्प लिया है और दूसरी ओर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहते हैं.
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत मजीद तख्त रवांची ने कहा है कि हमले अमेरिका की ओर से युद्ध की कार्रवाई है. ईरान और अमेरिका के बीच बेहद तनावपूर्ण स्थिति के बीच ये हमले सबसे नाटकीय घटनाक्रम हैं.
ड्रोन हमले के करीब 24 घंटे बाद एक और हमले में अमेरिका ने इराकी अर्द्धसैन्य नेटवर्क हशद अल शाबी के काफिले को निशाना बनाया. इस नेटवर्क के शिया बहुल धड़ों के ईरान से निकट संबंध हैं.
हशद ने यह नहीं बताया कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है. इराकी सरकारी टीवी चैनल ने बताया कि यह हमला अमेरिका ने किया था. एक पुलिस सूत्र ने बताया कि बमबारी में हशद के काफिले को निशाना बनाया गया और जिसमें कई लोग हताहत हुए. न्होंने मरने वालों की सटीक संख्या नहीं बताई.
इस संबंध में अमेरिका ने कोई तत्काल टिप्पणी नहीं की है. सुलेमानी और मुहंदिस के लिए शोक मार्च निकाला जाना था जिसके कुछ ही घंटों पहले अमेरिका ने एक और हमला कर दिया.
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उल्लेखनीय है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के शक्तिशाली कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी और इराकी अर्द्धसैन्य बल के उप प्रमुख मुहंदिस की शुक्रवार को मौत हो गई थी.
जनरल सुलेमानी (62) को आयतुल्ला खामेनी के बाद ईरान में सबसे ताकतवर माना जाता था.उनका कुद्स फोर्स ईरानी रेवोल्यूशनरी गार्ड्स की एक इकाई था जो सीधे-सीधे आयतुल्ला को रिपोर्ट करता है.