नई दिल्ली : भारत के 55 प्रतिशत नागरिक चाहते हैं कि सरकार सभी वयस्कों को कोरोना टीके की एहतियाती खुराक (precaution dose) या बूस्टर डोज दे. यह बात एक सर्वे में सामने आई है. लोकल सर्किल द्वारा किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक लगभग हर दो में से एक व्यक्ति बूस्टर खुराक लेने का इच्छुक है या उत्सुक है. हालांकि सर्वेक्षण में शामिल 31 प्रतिशत आबादी ने सरकार को एहतियाती खुराक की यथास्थिति बनाए रखने का सुझाव दिया है. यानि कि एहतियाती खुराक केवल स्वास्थ्य कर्मियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए होनी चाहिए.
लोकल सर्किल के सर्वे के मुताबिक 55 फीसदी लोग इस पक्ष में हैं कि सरकार सभी वयस्क लोगों को कोविड की एहतियाती खुराक या बूस्टर डोज दे. देश भर के 333 जिलों से 19,500 लोगों ने सर्वे में भाग लिया. 9,770 लोग इस पक्ष में थे कि सभी वयस्कों को बूस्टर डोज दिया जाए. इन लोगों का मानना है कि इससे कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी.
सर्वे में शामिल 31 प्रतिशत लोगों का मानना है कि केवल स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों को एहतियाती खुराक दी जाए, जैसा कि अभी किया जा रहा है. सर्वे में 67 प्रतिशत उत्तरदाता पुरुष थे जबकि 33 प्रतिशत उत्तरदाता महिलाएं थीं. 44 प्रतिशत उत्तरदाता टियर 1 से थे, 34 प्रतिशत टियर 2 जबकि 22 प्रतिशत उत्तरदाता टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से थे. गौरतलब है कि देश में 10 जनवरी से एहतियाती खुराक देनी शुरू की गई है. लगभग 2.2 करोड़ पात्र आबादी को एहतियाती खुराक दी जा चुकी है.
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