उज्जैन। नगर निगम को उज्जैन शहर में सड़क चौड़ीकरण के बीच जैन समाज के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. केडी गेट से इमली तिराहा तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है. 485 मकान, दुकान होटल, धर्मशाला, मंदिर अतिक्रमण में आए हैं. क्षेत्र में बने मंदिरों के समर्थन में जैन समाज ने अपने-अपने घरों के बाहर बैनर व पोस्टर लगाकर विरोध दर्ज कराया है. जैन संत का कहना है कि भले ही नगर निगम द्वारा चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है हम उसका विरोध नहीं करते हैं लेकिन इस तरीके से मंदिरों को हाथ लगाया जा रहा है यह गलत तरीका है. नगर निगम को ताल में मिलाकर काम करना चाहिए.
12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर में हजारों लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के साथ-साथ महाकाल लोक का निर्माण कार्य हुआ है तभी से श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ी है. ऐसे में उज्जैन के चारों और अनेकों भगवान स्थापित हैं और उनका अपना एक इतिहास है. महाकाल के साथ-साथ श्रद्धालु उन मंदिरों के भी दर्शन के लिए आते हैं लेकिन ऐसे में उनको सिटी में से गुजरना पड़ता है लेकिन सकड़ी गलियां होने के कारण चक्का जाम की स्थिति बन जाती है उसी को देखते हुए केडी गेट से इमली तिराहा तक सड़क चौडीकरण का कार्य किया जा रहा है.
सिंहस्थ को देखते हुए किए जा रहे कार्य: उज्जैन और आसपास के इलाकों में हो रहे लगातार चौड़ीकरण के कार्य को लेकर नगर निगम कार्य कर रही लेकिन प्रस्तावित मास्टर प्लान अनुसार चौड़ाई 15 मीटर होना चाहिए. मार्ग के दोनों साइड के भवनों के सामने का पोर्शन हटाकर 15 मीटर फुट में बात करें तो 50 फुट तक सड़क चौड़ीकरण किया जाएगा. FRV के तहत शासन के निर्देशानुसार मुआवजा दिया है व जितना मकान का हिस्सा देंगे हमें उतना ऊपर बनाने की अनुमति मिलेगी.
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जैन समाज की कड़ी चेतावनी: जैन समाज के संत ने कहा कि जो चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है जिसमें मंदिरों को हाथ लगाया जा रहा है इसको लेकर जैन समाज कड़ा विरोध करता है उनके द्वारा मंदिरों को क्यों तोड़ा जा रहा है क्योंकि भगवान कि लोगों से आस्था रहती है वही मंदिर तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन मंदिर तोड़ना नहीं चाहिए, नगर निगम को समाधान कर कर कार्य करना चाहिए. जैन समाज ने चेतावनी दी कि जिन्होंने मंदिर को तोड़ा है उनको वोट नहीं देंगे.