उज्जैन। विश्व प्रसिद्द महाकालेश्वर (Mahakaleshwar Temple) के दर्शन करने देश ही नहीं विदेश से भी श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं. धार्मिक नगरी की अपनी यात्रा की यादों को ताजा रखने के लिए लोग अक्सर यहां से कुछ न कुछ लेकर ही जाते हैं. लेकिन आस्था के चक्कर में कई बार लोग यहां ठगी का शिकार हो जाते हैं. उज्जैन में महाकाल मंदिर के आसपास इन दिनों नई तरह की ठगी का खेल जारी है. ये खेल है काले घोड़े की नाल (Black Horseshoe) बेचने का.
महाकाल मंदिर के बाहर ठगी का खेल?
उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) से आसपास कुछ युवक काला घोड़ा (Black Horse) लेकर खड़ा नजर आता है. ये युवक लोगों को काले घोड़े की नाल (Horseshoe) खरीदने की मांग करता है, साथ ही लोगों को काले घोड़े की नाल के फायदे भी गिनाता है. युवक दावा करता है कि लोगों की आंखों के सामने उन्हें काले घोड़े की नाल (Horseshoe) निकालकर देगा. लेकिन वह नाल घोड़े को लगी ही नहीं होती है, युवक सिर्फ नाल निकालने का नाटक करता है और लोगों के साथ ठगी करता है.
350 से 500 रुपए में लोगों को बेची जाती है एक नाल
बताया जाता है कि ये लोग एक नाल को 350 से 500 रुपए तक में बेचते हैं. काला घोड़ा लेकर मंदिर के बाहर खड़े ये युवक दिनभर में कई लोगों को काले घोड़े की नाल बेच देते हैं. कई लोग इनके झांसे में आकर नाल खरीद लेते हैं.
काले घोड़े की नाल के हैं कई फायदे
ज्योतिषाचार्य पंडित आनंद शंकर व्यास (Astrologer Pandit Anand Shankar Vyas) बताते हैं कि "तंत्र शास्त्र में काले घोड़े की नाल के कई फायदे बताए गए हैं. इसे घर में रखने पर नकारात्मक शक्ति दूर होती है, साथ में वास्तु दोष भी दूर होता है. ग्रहों को अनुकूल बनाने के लिए भी काले घोड़े की नाल का प्रयोग किया जाता है क्योंकि इसका संबंध शनि से होता है. इसको लगाने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. लेकिन ये तभी कारगार होता है जब एक साल से अधिक समय तक काले घोड़े ने नाल पहनी हो."
लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं नाल बेच रहे युवक
महाकाल मंदिर के बाहर काले घोड़े की नाल बेचने वालों के बारे में जब ज्योतिषाचार्य आनंद शंकर व्यास (Astrologer Pandit Anand Shankar Vyas) से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि "काला घोड़ा लेकर नाल बेच रहे युवक लोगों को बेवकूफ बनाने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं, घोड़े ने नाल जब तक एक साल तक न पहनी हो, तब तक वह किसी काम की नहीं है. बल्कि महाकाल के बाहर काले घोड़े की नाल बेचने वाले युवक एक दिन में कम से कम 4-5 नाल बेच देते हैं."
क्यों पहनी जाती है काले घोड़े की नाल की अंगूठी?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि के प्रकोप से बचने के लिए काले घोड़े की नाल की बनी अंगूठी का उपयोग किया जाता है. शनि की साढ़े साती होने पर काले घोड़े के दाहिने पैर की पुरानी नाल से बनी अंगूठी धारण करने की सलाह ज्योतिषाचार्य लोगों को देते हैं. शनि की महादशा, शनि साढ़े साती और शनि भारी होने जैसी स्थितियों में इसका उपयोग किया जाता है.
शिकायत मिली तो पुलिस करेगी कार्रवाई
इस मामले में जब उज्जैन के एडिशनल एसपी अमरेन्द्र सिंह (Additional SP Amarendra Singh) से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि "अभी तक इस तरह के मामले में ठगी की कोई शिकायत उनके पास नहीं आई है. अगर कोई ठगी की शिकायत करता है, तो पुलिस इस मामले में कार्रवाई करेगी." वहीं जब वन विभाग के अधिकारियों से इस मामले में चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि "घोड़ा वन्य जीवों में नहीं आता है, इसलिए वन विभाग इस तरह के मामलों में कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है."