उज्जैन। महाकाल मंदिर के बाहर महाकाल लोक का काम पूरा होने के बाद अब सेकेंड फेज में महाकाल मंदिर के आतंरिक भाग का सौंदर्यीकरण सहित अन्य बड़े कार्य होंगे. बुधवार को उज्जैन पहुंचे सीएम के सामने दो बड़े प्रोजेक्ट को कलेक्टर आशीष सिंह ने रखा था. जिसके बाद सीएम ने प्रोजेक्ट को देखते ही इस पर मोहर लगा दी और अब जल्द ही महाकाल मंदिर के नंदी हॉल को चांदी की दीवार से सुसज्जित किया जाएगा. साथ ही महाकाल मंदिर परिसर को पूरी तरह से बदल दिया जाएगा. इस कार्य में करीब 80 करोड़ रुपए खर्चा आएगा. फिलहाल डीपीआर तैयार कर ली गई है. जल्द ही इसके टेंडर जारी कर अगले 5 माह में कार्य को पूरा कर लिया जाएगा.
चांदी की दीवार से चमकेगा नंदी हॉल : कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सीएम ने मंदिर को दिव्य और सुंदर बनाने के निर्देश दिए थे. इस पर काम करते हुए हमने नंदी हॉल की फ्लोरिंग बदलने और नंदी की मूर्ति के सामने की दीवार पर चांदी की नक्काशी उकेरी जाएगी. आने वाले श्रद्धालुओं को एकदम दिव्य दर्शन होंगे. अभी दीवारों पर सफेद मार्बल के पत्थर लगे हैं. अब इन पत्थरों को जल्द ही हटाकर दीवारें चांदी की कर दी जाएंगी. नंदी हॉल में चांदी के काम लिए 3 करोड़ रुपए का जल्द ही टेंडर जारी होगा.
मंत्रोउच्चार सहित अन्य साउंड ईको नहीं होगा : महाकाल मंदिर में रोजाना होने वाली आरती और नंदी हॉल में एकॉस्टिक ट्रीटमेंट से हॉल में मंत्रोउच्चार सहित अन्य साउंड ईको नहीं होंगे. वहीं महाकाल मंदिर के नंदी हाल में वर्षों से लगे पुराने एसी सिस्टम को भी बदला जाएगा. इसके लिए कंपनियों से बात चल रही है. पूरे मंदिर की केबल को भी बदला जाएगा. जल्दी ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा. कलेक्टर ने बताया कि महाकाल मंदिर के आतंरिक और बाहरी भाग को जल्द ही पूरी तरह से बदल दिया जाएगा. इसके लिए जल्द ही टेंडर जारी कर दिए जाएंगे. काम पूरा होने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं को परिसर में आध्यात्मिक वातावरण देने के लिए ट्रीटमेंट किया जाएगा. इसमें लाल पत्थरों या फिर काले पत्थरों का इस्तमाल किया जाएगा.
CM शिवराज ने उज्जैन में ली समीक्षा बैठक, श्री महाकाल लोक के सेकेंड फेस में होंगे ये काम
कहां, क्या-क्या काम होंगे :
- हेरिटेज होटल के रूप में महाराजवाड़ा परिसर को बदला जाएगा
- महाराजवाड़ा बेसमेंट पार्किंग एवं वेंडर क्षेत्र
- नीलकंठ वन मार्ग आर-18 विकास
- नीलकंठ वन विकास
- रुद्रसागर पुनरुद्धार एवं लेक फ्रंट व्यू
- रुद्रसागर पर पैदल पुल निर्माण
- शिखर दर्शन व आपातकालीन प्रवेश एवं निर्गम मार्ग निर्माण
- लेजर एवं वाटर स्क्रीन शो
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में भूमिगत प्रतीक्षालाय, नंदी हॉल सौंदर्यीकरण , स्टेच्यु का संरक्षण
- महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग
- त्रिवेणी से चारधाम, हरसिद्ध मार्ग निर्माण
- हरिफाटक पार्किंग
- सीसीटीवी निगरानी एवं एक्सेस नियंत्रण प्रणाली आदि.