उज्जैन। गोशाला में गायों को चारा नहीं मिल रहा है. जिले के ग्राम पिपलिया बाजार की गोशाला में 5 गायों की भूख से मौत हो गई है. मामले को लेकर उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं.
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गायों को नहीं मिला चारा
उज्जैन शहर से 40 किमी दूर ग्राम परसोली पंचायत के पिपलिया बाजार में कमलनाथ सरकार द्वारा ऋषिकेश नाम से गोशाला बनाई गई गोशाला बेहाल है. जहां गायों के लिए ना तो चारा है और ना ही पानी की व्यवस्था था. जिससे एक महीने के अंदर 5 गायों की मौत हो गयी है. कई गायो के मृत शरीर गोशाला में पड़े हुए हैं, उन्हें उठाने वाला भी कोई नहीं है.
गोशाला की दुर्दशा का वीडियो वायरल
इधर गायों की मौत की खबर सुनकर वहां के कुछ नेता गोशाला पहुंचे. और वहां की अव्यवस्थाओं का वीडियो बनाकर वायरल किया है. वीडियो में कई गायें मरी हुई दिखाई दे रही है. जबकि कई मरणासन हालत में दिखीं. ना तो इनके लिए चारे की कोई व्यवस्था दिखाई दी. ना ही कोई कर्मचारी. बताया जा रहा है कि यहां काम करनेवालों को 6 महीने से पैसे नहीं मिले हैं.
कलेक्टर ने जांच की कही बात (Ujjain collector ordered an inquiry)
मामले पर जानकारी देते हुए कलेक्टर ने कहा कि निश्चित रूप से गायों की में देखभाल की कमी नजर आ रही है, कुछ दो या तीन गायों का मरना भी रिपोर्ट हुआ है, तहसील दार द्वारा मौके पर विजिट किया गया है, सभी को निर्देशित किया गया है कि आगे से ऐसी स्थिति ना हो. घटना के बाद सभी गोशालाओं में देख-रेख हो रही या नहीं इसके लिए जिला पंचायत सीईओ को निर्देशित किया गया है. कलेक्टर ने कहा कि समिति देख रेख करने में सक्षम नहीं है, दूसरी समिति को जिम्मेवारी सौंपने के लिए वहां की कोई सामाजिक व स्वंसेवी संस्था को जानकारी दी जाएगी.
कम मिलती है राशि- सरपंच
ऋषिकेश गोशाला पंचायत के अधीन काम कर रही है, इसलिए यहां की गायों की देखभाल की जिम्मेवारी ग्राम परसोली के सरपंच महेश बैरागी और सचिव शिव शंकर मौर्य के पास है. सरपंच महेश बैरागी ने बताया कि 3 गायें मृत पाई गई हैं, जिसमें से 2 बछड़े व 1 गाय है. गायों के लिए शासन की ओर से 3 महीने में 71हजार की राशि आती है, जिसमें से गोशाला के 4 मजदूरों को भी करीब 24000रु प्रति माह पेमेंट देनी होती है. फिलहाल जो भी गायें हैं उनका हम ध्यान रख रहे हैं