टीकमगढ़। निवाड़ी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आस्था के सामने प्रशासन तक को घुटने टेकने पड़ गए. दरअसल, महामारी को जड़ से खत्म करने के लिए पृथ्वीपुर के आसपास के गांव के सैकड़ों लोग अछरू माता मंदिर की ओर निकल पड़. इस दौरान कई लोगों के चेहरे पर मास्क नहीं था और सोशल डिस्टेंसिंग तो मानो सब भूल ही गए थे. सूचना के बाद पुलिस ने जरूर लोगों को रोकने की कोशिश की, लेकिन भीड़ को रोक न सकी. इस दौरान गांव के सभी लोगों ने अछरू माता मंदिर के द्वार पर ही जल चढ़ाया. वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
आस्था की सनक में भूले सोशल डिस्टेंसिंग
दरअसल निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर के आसपास के गांव के सैकड़ों लोग एकत्रित हुए थे. सभी का मानना था कि अछरू माता मंदिर में जल चढ़ाने से महामारी जड़ से मिट जाएगी. बस इसी की सनक में महिलाएं, पुरुष और बच्चे टोली बनाकर मंदिर की ओर निकल पड़े. इस दौरान किसी ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा, मास्क लगाना तो जैसे लोग भूल ही गए. सभी लोग भजन गाते हुए अछरू माता मंदिर की ओर निकल पड़े. हालांकि इस दौरान पुलिस ने लोगों को जरूर रोकने की कोशिश की लेकिन कोई भी नहीं रुका.
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मंदिर बंद था तो द्वार पर चढ़ा दिया जल
कोरोना कर्फ्यू के चलते इलाके के सभी धार्मिक स्थल बंद हैं. इसी वजह से अछरू माता मंदिर भी बंद था. इसके बावजूद लोग नहीं माने और मंदिर के द्वार पर ही जल चढ़ा दिया. उनका कहना था कि अब कोरोमा महामारी अब न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनिया में खत्म हो जाएगी. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर पुलिस ने मामले पर संज्ञान लिया है. पुलिस का कहना है कि गांव के किसी एक व्यक्ति के कहने पर सभी ने धारा-144 का उल्लंघन किया है. वही व्यक्ति भीड़ को लेकर अछरू माता मंदिर पहुंचा है, जिसके खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है.