टीकमगढ़। देशभर में प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. जो प्याज कभी 8 रुपए किलो बिकता था. वहीं प्याज अब 80 से 100 रुपए किलो तक बिक रहा है. टीकमगढ़ की सब्जी मंडी में भी प्याज के दामों लगातार इजाफा जारी है. प्याज की कीमतों में आई इस तेजी से हर कोई हैरान है.
पिछले साल के सूखे ने तो इस बार मूसलाधार बारिश ने प्याज की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया. जिससे मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई. यही वजह है कि प्याज की कीमते लगातार बढ़ने लगी. टीकमगढ़ में वर्षों से प्याज का व्यापार करने वाले व्यापारी अब्दुल शाहिद बताते है कि इस बारिश के चलते प्याज की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. तो वहीं शहर के आम नागरिकों का कहना है कि जिस तरह से प्याज के दाम बढ़ रहे हैं. उससे आम आदमी का काफी नुकसान हो रहा है.
प्याज की बढ़ी कीमतों पर सियासत भी जमकर हो रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और स्थानीय बीजेपी सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक ने प्याज की बढ़ी कीमतों के लिए राज्य की कमलनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. प्रदेश सरकार जनता के विकास पर ध्यान न देकर केवल अपना विकास कर रही है.
अब सवाल यह है कि अगर जल्द ही प्याज की कीमतों पर लगाम नहीं लगाई गई तो आम आदमी की थाली से प्याज दूर हो जाएगी. क्योंकि पहले लोग जहां पांच से दस किलों तक प्याज खरीद रहे हैं. वही अब केवल एक किलों या आधा किलों से काम चला रहे हैं. ऐसे में सरकारों को प्याज की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए.