टीकमगढ़। प्रवासी मजदूरों पर दिखाई गई ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. ईटीवी भारत ने 17 अप्रैल को प्रमुखता से दिखाया था कि कैसे टीकमगढ़ के संगम गार्डन में ठहराए गए प्रवासी मजदूर भूख से जंग लड़ रहे हैं. जिसे देखकर जिला प्रशासन जागा और अधिकारियों ने संगम गार्डन पहुंचकर निरीक्षण किया. जिसमें पाया गया कि 93 मजदूरों को खाने और पीने के साथ-साथ तमाम समस्याों से जूझना पड़ रहा है. जिसमें सबसे बड़ी समस्या भरपेट खाना और पानी की समस्या थी. मजदूरों को भोजन के नाम पर सिर्फ छह पूड़ी और अचार दिया जा रहा था. जो मजदूरों के लिए नाकाफी था. जिसे सही पाए जाने के बाद प्रशासन ने संगम गार्डन में होम कॉरेंटाइन किये गए मजदूरों को हर दिन खाने में दाल, चावल, रोटी, सलाद परोसे जाने लगा है. इसके अलावा मजदूरों को दोन वक्त चाय और नाश्ता में पोहा, जलेबी और भजिया आदि दी जाने लगी है. तहसीलदार ने बताया कि इसके साथ ही संगम गार्डन में पानी की समस्या को दूर कर दिया गया है.
मजदूर दीपक चिडार ने बताया कि सभी मजदूरों को भरपेट खाना मिल रहा है. इसके साथ ही गार्डन में प्रशासन की ओर से साफ सफाई का भी ध्यान रखा जा रहा है. टीकमगढ़ तहसीलदार ने बताया कि मुझे यहां की समस्या की जानकारी ईटीवी भारत के माध्यम से पता चली तो मैने खुद जाकर मजदूरों की समस्या सुनी और उन्हें दूर का करने का प्रयास किया. इस बीच जो भी समस्या थी उसे अब दूर कर दिया गया है.
बता दें कि देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते दूसरे प्रदेश के विभिन्न इलाकों से 93 प्रवासी मजदूर टीकमगढ़ पहुंचे थे. इन मजदूरों में महिला और छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हैं. सभी को जिला प्रशासन ने संगम गार्डन में बनाए गए होम क्वॉरेंटाइन में रखा गया था. लेकिन मजदूरों के पास किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं थी.