शिवपुरी(shivpuri)। शिवपुरी जिले की कलेक्ट्रेट परिसर में शेर सिंह नाम का व्यक्ति खुद को 8 साल से जिंदा साबित करने की कोशिश कर रहा.शेर सिंह का आरोप है ग्राम पंचायत के सेक्रेटरी और सरपंच ने साल 2013 में उसे राशन कार्ड सहित अन्य दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया था.जिसकी वजह से उसे सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. फरियादी ने एडिशनल जिला पंचायत सीईओ से गुहार लगाई है.
खुद को जिंदा साबित करने के लिए 8 साल से भटक रहा है शेर सिंह
शिवपुरी जिले की कलेक्ट्रेट परिसर में मंगलवार को एक शख्स ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए एडिशनल जिला पंचायत सीईओ से गुहार लगाई है.फरियादी ने एडिशनल जिला पंचायत सीईओ को बताया कि हुजूर में जिन्दा हूं. लेकिन ग्राम पंचायत के सेक्रेटरी और सरपंच ने साल 2013 में मुझे राशन कार्ड में मृत घोषित कर दिया था. पिछले 8 साल से मैं सेक्रेटरी और सरपंच से खुद को जिंदा घोषित करने की गुहार लगा रहा हूं. लेकिन मेरी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है.
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क्या है पूरा मामला
मामला शिवपुरी जिले के खनियाधाना की ग्राम पंचायत काली पहाड़ी का है.काली पहाड़ी गांव के निवासी 43 साल के शेर सिंह यादव पिछले 8 साल से खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है. थक हारकर युवक मंगलवार को शिवपुरी कलेक्ट्रेट पहुंचा. जहां उसने एडिशनल जिला पंचायत सीईओ महेंद्र कुमार जैन को अपनी दास्तां सुनाई. शेर सिंह की फरियाद सुनकर सीईओ के साथ वहां मौजूद मीडिया कर्मी भी हैरान रह गए.
8 साल से नहीं मिल रहा राशन न सरकारी योजना का लाभ
शिवपुरी जिला कलेक्ट्रेट में खुद को जिंदा साबित करने की गुहार लेकर पहुंचा. शेर सिंह यादव ने बताया कि पिछले 8 साल से पंचायत सेक्रेटरी और सरपंच ने राशन कार्ड से मेरा नाम हटा दिया.जिस वजह से राशन की दुकान से राशन नहीं मिल रहा है. न ही किसी दूसरी सरकारी योजना का लाभ मिल पा रहा है. खुद को जिंदा साबित करने के लिए कोरोनाकाल में लगे लॉकडाउन के समय जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में भी गुहार लगा चुका हूं.लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है.