शिवपुरी। जगतपुर तिराहे एवं शिवपुरी बाईपास क्षेत्र में विगत 4 वर्ष के भीतर ही लगभग 1 दर्जन लोग सड़क दुर्घटनाओं के चलते असमय ही काल के गाल में समा गए. दर्जनों विकलांगता का दंश झेलने के लिए मजबूर हैं. सड़कों का फुटपाथ गायब है, जगतपुर तिराहे पर सवारी मैजिक वाहनों एवं हाथ ठेलों का जमावड़ा लगा रहता है, सड़क किनारे अधिकतर मैजिक, आटो वाहन एवं यात्री बसें लंबी-लंबी कतारें लगाकर खड़ी रहती हैं, इस वजह से दोनों तरफ से आने वाले वाहनों को सड़क पर प्रॉपर स्पेस नहीं मिल पाता है. कभी- कभी बाइक सवार और छोटे चार पहिया वाहनों को सड़क किनारे खड़े मैजिक वाहनों की वजह से सामने की ओर से आ रहा वाहन नजर ही नहीं आते और दुर्घटना हो जाती है. बीते 5 वर्षों में जो हादसे घटे उसके पीछे मुख्य वजह यही रही है.
होटलों व ढाबों पर नशाखोरी बन रही प्रमुख कारण
कोलारस नगर का ह्रदय स्थल जगतपुर, एबी रोड मानीपुरा, शिवपुरी बाईपास, पूरनखेडी, देहरदा, लुकवासा, पडोरा व सेसई आदि स्थानों पर हाईवे किनारे दर्जनों की संख्या में होटल व ढाबे स्थित हैं.जहां सुराप्रेमियों द्वारा जमकर जाम छलकाए जाते हैं, सुराप्रेमी शराब के नशे में लौटते समय दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. इस स्थिति में यदि पुलिस प्रशासन होटलों व ढाबों पर नशाखोरी करने वालों व संचालकों पर सख्ती से कार्रवाई करे, तो यकीनन इस प्रकार के हादसों पर विराम स्वत: ही लग जाएंगे.
होटलों व ढाबों पर नशाखोरी करने वालों की खैर नहीं: एसडीओपी
कोलारस पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अमरनाथ वर्मा ने होटलों व ढाबों पर नशाखोरी करने वालो एवं संचालकों के खिलाफ अपने तेवर सख्त कर दिए हैं. एसडीओपी वर्मा ने कहा कि, कोलारस बदरवास में घटित हुए सड़क हादसों के पीछे कारण केवल नशाखोरी निकलकर सामने आई है. एसपी राजेश कुमार चंदेल के निर्देशन में कोलारस नगर सहित हाईवे किनारे स्थित होटलों व ढाबों पर जारी नशाखोरी पर पूर्णत: विराम लगाने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं.
हादसे की सूचना पर पुलिस तत्काल पहुंचती है: टीआई मिश्रा
कोलारस नगर निरिक्षक संजय मिश्रा ने कहा कि, जगतपुर तिराहे पर पुलिसकर्मी तैनात कर ट्रैफिक को सिस्टमैटिक किया जाएगा. नगर व हाईवे पर संचालित होटलों व ढाबों पर छापामारी कर नशाखोरी बंद करवाई जा रही है. पुलिस निर्धारित समय पर हाईवे पर पैट्रोलिंग करती है. हादसे की सूचना पर सबसे पहले घटना स्थल पर पुलिस ही पहुंचती है और घायलों को अस्पताल ले जाकर हरसंभव उपचार मुहैया कराकर राहत देने का भरपूर प्रयास करती है.