श्योपुर। नगरीय निकाय चुनाव (Urban Body Election MP 2022) में जीत हासिल करने के लिए प्रत्याशी चुनावी प्रचार-प्रसार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं. कई प्रत्याशियों ने तो अपने दूरदराज इलाकों में रहने वाले रिश्तेदारों को प्रचार-प्रसार और चुनावी व्यवस्थाओं को संभालने के लिए बुला लिया, लेकिन उन वार्डों का चुनाव बेहद रोमांचक और खास हो गया है जहां रिश्तों को भुलाकर देवरानी अपनी ही जेठानी के खिलाफ निर्दलीय मैदान में उतर आई है. इतना ही नहीं एक वार्ड में तो अपनी सौतन को हराने के लिए महिला खिलाफ में प्रचार कर रही है.
जेठानी के खिलाफ देवरानी चुनावी मैदान में: जिले की विजयपुर नगर परिषद के चुनाव में वार्ड 8 से भाजपा प्रत्याशी संजू नामदेव को टक्कर देने के लिए उनकी ही देवरानी सूरज निर्दलीय मैदान में उतर गई हैं. खास बात यह है कि, भाजपा प्रत्याशी संजू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी सूरज को लोगों की ज्यादा सिंपैथी मिल रही है, वजह यह है कि, महिला सूरज के पति का कुछ साल पहले स्वर्गवास हो गया था. वह आर्थिक रूप से भी थोड़ा कमजोर है और पूरा वार्ड उन्हें भाभी के नाम से जानता है. इन हालातों में उनकी जेठानी संजू को आगामी 6 जुलाई को आयोजित होने वाले चुनाव में खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है.
सौतन के विरोध का सामना: घर के इस घमासान की वजह से जेठानी संजू नामदेव को चुनाव में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अब घर के इस घमासान के चर्चे राजनीतिक गलियारों से लेकर विजयपुर ही नहीं बल्कि पूरे श्योपुर जिले में हो रहे हैं. इधर विजयपुर के ही वार्ड 3 में कांग्रेस प्रत्याशी मंजू आदिवासी को अपनी सौतन रानी के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. रानी मंजू आदिवासी के पति नारायण आदिवासी की पहली पत्नी है. जो अपनी सौतन मंजू के खिलाफ वार्ड में प्रचार करके कह रही है कि, विरोध व्यक्त करने की वजह से मंजू आदिवासी को चुनाव में बड़ा झटका लग सकता है. देवरानी और जेठानी के बीच कांटे की टक्कर चल रही है. जीत हार तो चुनावी परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा. सौतन द्वारा अपनी सौतन को हराने के लिए किया जा रहा प्रचार भी बेहद रोमांचक है. जिसकी चर्चा जमकर हो रही है.