श्योपुर। श्योपुर में बिजली पानी की समस्या से परेशान ग्रामीण महिलाएं मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंची. जहां महिलाओं ने अधिकारियों से मुलाकात करने के इंतजार में कलेक्ट्रेट में करीब 3 घंटे बैठी रहीं. लेकिन उनकी समस्या सुनने के लिए कोई अधिकारी महिलाओं पास नहीं पहुंचा. जिससे परेशान महिलाएं अधिकारियों को अपनी समस्या बताएं बिना ही घर वापस लौट गईं.
दरअसल श्योपुर के कराहल क्षेत्र मेे सेमालदा हवेली ग्राम पंचायत के चक से ग्राम मालदा में पिछले 1 महीने से बिजली नहीं है. वहीं गांव में पेयजल संकट भी गहरा गया है. परेशान ग्रामीणों को गांव के बाहर बने स्कूल के हैंड़पंप पर लाइन लगाकर पानी भरना पड़ रहा है. जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना हुआ है. ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि उन्हें शासन की योजनाओं का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है. जहां वे पीएम आवास से लेकर अन्य योजनाओं के लाभ से भी वंचित हैं.
आदिवासी महिलाओं का कहना है कि गांव में बिजली-पानी की कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही आदिवासियों के लिए रहने वाली कॉलोनी हैं. जिससे अब बरसात के समय में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. वहीं आदिवासी महिलाओं को जो 1000 रूपए की राशि आती थी, वह भी नहीं मिल रही है. यही सब परेशानी लेकर कलेक्टर के पास आए थे, सुबह के यहां पर बैठे हैं लेकिन कोई अधिकारी नहीं मिल रहा है और भगा भी रहे हैं.