शहडोल। जिले में इन दिनों जोर-शोर से धान फसल की खरीदी चल रही है. जिले में धान की खेती प्रमुखता से की जाती है और सबसे ज्यादा रकबे में की जाती है. इसलिए जिले भर के सभी धान खरीदी केंद्रों में फसल बेचने के लिए काफी भीड़ होती है. लंबी लाइन लगती हैं. कोरोना संक्रमण काल में किसानों और व्यापारियों के लिए खरीदी केंद्र में कैसी व्यवस्था की गई है, इसका जायजा लेने कलेक्टर सत्येंद्र सिंह अचानक छतवई स्थित ओपन कैंप में निरीक्षण करने के पहुंचे. इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों के लिए रात में बढती ठंड को देखते हुए अलाव की व्यवस्था की जाए. साथ ही अधिकारियों को कई और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
अलाव की कराएं व्यवस्था, गुणवत्ता पर दें ध्यान
कलेक्टर ने समिति प्रबंधक को निर्देशित किया कि ठंड के मौसम को देखते हुए अलाव की व्यवस्था दुरुस्त कराई जाए. जिले में अचानक ही ठंड बढ़ गई है. इसके अलावा रात में तकवारी के लिए चौकीदार की भी व्यवस्था की जाए. उपार्जन केंद्रों में बिजली की व्यवस्था की जाए, जिससे किसानों को दिक्कत न हो. इसके अलावा उपार्जन केंद्र में परमानेंट टेंट की व्यवस्था भी की जाए, जिससे किसानों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
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सभी व्यवस्थाएं की जाएं दुरुस्त
कलेक्टर ने खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर को निर्देश दिए हैं कि धान उपार्जन केंद्र में धान की गुणवत्ता का भी परीक्षण कराया जाए. अच्छी गुणवत्तायुक्त धान ही खरीदी जाए. साथ ही कैंप में धान उपार्जन संबंधी सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाए.
कोविड गाइडलाइन का हो पालन
कलेक्टर सत्येंद्र सिंह ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सख्त निर्देश दिए हैं कि खरीदी केंद्र में सभी का मास्क पहनना बहुत जरूरी है. साथ ही सोशल डिस्टेंस का भी पालन करवाना है. जानकारी के मुताबिक छतवई ओपन कैंप में करीब 750 मीट्रिक टन खाद्य उपार्जन की व्यवस्था की गई है.