Dhanteras 2023। धनतेरस का पर्व अब बस कुछ दिन बचे हैं. बाजारों में इसकी रौनक भी दिखने लग गई है. दुकान सज चुके हैं. ग्राहक भी पहुंच रहे हैं. बाजार में रौनक साफ देखने मिल रही है. धनतेरस के पर्व को लोग बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं. इस दिन विशेष पूजा पाठ करते हैं. साथ ही खरीदारी करते हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के दिन खरीदारी करने से बहुत पुण्य लाभ मिलता है. घर धन धान्य से भर जाता है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की धनतेरस के दिन अगर कोई भी जातक ये 13 उपाय कर लेता है, तो उन्हें लाभ ही लाभ होगा, जातक मालामाल भी हो सकते हैं.
10 नवंबर को धनतेरस: ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की इस बार धनतेरस कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी 10 नवंबर शुक्रवार के दिन पड़ रही है. धनतेरस में इस बार विशेष योग बन रहे हैं. इस दिन धनवंतरि भगवान का जन्म तो हुआ ही था, साथ ही इस दिन कई देवी देवताओं का आगमन भी होता है. धनतेरस के दिन जो भी व्यक्ति तेरह उपाय कर लेता है, वो मालामाल हो सकता है. वो साल भर तरक्की करते हैं. उनके घर में शांति बनी रहती है.
धनतेरस में करें ये तेरह उपाय: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि धनतेरस के दिन अगर जातक ये 13 उपाय कर ले, तो उन्हें लाभ ही लाभ होगा. जातक मालामाल भी हो सकते हैं.
- पहला उपाय है, घर में साफ सफाई रखें इस बात का ध्यान रखें कि पुराना कूड़ा करकट घर में कहीं भी ना रहे. पूरी तरह से साफ सफाई रखें.
- दूसरा है घर में धनतेरस के दिन बासी पानी कहीं भी ना रहे फिर चाहे वो पानी टंकी हो, टब हो, पीने का पानी हो, लोटा में हो, ग्लास में हो, कहीं भी हो कोशिश करें कि बासी पानी घर में न रहे, ताजा पानी भर दें.
- तीसरा है धनतेरस के दिन रसोई को एकदम साफ सुथरा रखें. वहां झूठे बर्तन बिल्कुल भी ना रहे. इसका विशेष ध्यान रखें.
- चौथा है, घर के सामने गाय का गोबर लाकर के पुताई कर लें, क्योंकि उस दिन धन्वंतरी भगवान का जन्मोत्सव है. साथ में वास्तु देवता भी आते हैं. उस दिन धन्वंतरी भगवान का आगमन होता है और साथ में वास्तु देवता भी आते हैं. गणेश लक्ष्मी का भी आगमन शुरू हो जाता है, इसलिए घर के द्वार की गाय के गोबर से अवश्य पुताई करें.
- पांचवां है घर के द्वार को गोबर से लिपाई के बाद वहां पर आटे से घर के सामने स्वास्तिक अवश्य बनाएं.
- छठा है इस स्वास्तिक के ऊपर पांच दीपक जलाकर वहां पर रखें, क्योंकि पंच देवता स्थिर होते हैं. इस दिन पांच देवताओं का आगमन होता है, इसलिए पांच घी का दीपक अवश्य जलाएं.
- सातवां है कहीं से भी केले का पत्ता मंगवाकर दरवाजे के सामने आजू-बाजू में जरूर लगवाएं.
- आठवां है धनतेरस के दिन घर के ठीक सामने जूता चप्पल बिल्कुल न उतारें, कहीं कोने में या फिर किनारे जूता चप्पल उतारें.
- नौवां है एक बाल्टी में ताज़ा पानी भरकर अवश्य रखें, क्योंकि देवताओं का आगमन होता है, तो पाद प्रच्छालन होता है तो एक बाल्टी पानी स्वच्छ वहां पर अवश्य रखें.
- दसवां है उस दिन धनवंतरी भगवान आते हैं जिस घर में धन्वंतरी आते हैं. उस घर में जड़ी-बूटी जैसे बच, कूट, हल्दी, चंपा, नागर मोथा जटा मासी ये थोड़ा थोड़ा सब मिलाकर रखते हैं, तो उस घर में रोग का संचार नहीं होता है. आरोग्यता बनी रहती है. यह जड़ी बूटी वहां पर अवश्य रखें.
- ग्यारहवां है अगर कमल का फूल मिल जाए तो घर के सामने दो या पांच कमल का फूल अवश्य लटकाएं. अगर 5 मिल जाए तो अच्छी बात है, नहीं तो दो तो अवश्य लटकाएं.
- बारहवां है कमलगट्टा बाजार में मिलता है तो उसे लाकर उसका माला पिरोकर घर के सामने अवश्य लगाएं. ऐसा करने से लक्ष्मी जी बहुत प्रसन्न होती है और उस घर में उनका निवास होता है.
- तेरहवां और आखिरी उपाय है कि आपके घर में अगर शंख हो तो उसके पानी को पूरे घर में छिड़काव करें, इससे अधिक आधी व्याधि रोग का संचार नहीं होता है. घर से हर तरह की बाधा दूर होती है, घर में शांति बनी रहती है.
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इस तरह से धनतेरस के दिन जो जातक ये तरह उपाय कर लेते हैं, उनके घर में एक साल तक शांति बनी रहती है, बरक्कत मिलती है. लाभ मिलता है.