शहडोल। जिले में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, हर दिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों के नए-नए आंकड़े सामने आ रहे हैं, लगातार एक्टिव केस की संख्या बढ़ती जा रही है, इसके बाद भी प्रशासन लापरवाह बना हुआ है. हद तो तब हो गई जब एक कोरोना मरीज साइकिल पर सवार होकर बीच शहर से होते हुए मेडिकल कॉलेज एडमिट होने पहुंच गया.
मरीज का कहना है कि उसने किसी मैडम को फोन किया था कि उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिसके बाद मैडम ने मरीज के परिवार के सभी सदस्यों का नाम लिखा और बोली कि उसके पास फोन आएगा. थोड़ी देर बाद फोन भी आया लेकिन कहा गया के वे व्यस्त हैं, समय लग जाएगा, अगर मरीज के पास सुविधा हो तो खुद आ जाए. जिसके बाद मरीज ने अपनी साइकिल से मेडिकल कॉलेज तक का सफर तय कर लिया.
बता दें कि कोरोना मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए पूरी गाइडलाइन का पालन करना होता है. मरीज को पीपीई किट पहनकर सावधानी के साथ एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया जाता है. लेकिन प्रशासन की लापरवाही के चलते मरीज बीच शहर से बिना किसी सुरक्षा के गुजरा. ऐसे में कोरोना को संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है. वहीं जब इस बारे में सीएमएचओ राजेश पांडे से बात की गई तो उन्होंने बातों को गोलमोल घुमाना शुरू कर दिया, जनता की ओर अपनी जिम्मेदारी बतानी शुरू कर दी. लेकिन सवाल यही है कि क्या अपनी और जनता की जिम्मेदारी बताकर इस तरह की लापरवाही से बचा जा सकता है.
मरीजों का आंकड़ा 700 के पार
जिले में कोरोना का कहर लगातार जारी है, हर दिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. इस तरह जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 700 के पार पहुंच चुका है, जिसमें से 254 एक्टिव केस हैं. लेकिन प्रशासन लगातार लापरवाही बरत रहा है. आलम ये है कि ग्रामीण क्षेत्रों में उन घरों को सैनेटाइज भी नहीं किया जा रहा है, जिन घरों से कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं.