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कलेक्टर ने किया शहडोल मेडिकल कॉलेज का दौरा, दिए कई निर्देश

सोमवार को शहडोल कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह, शहडोल मेडिकल कॉलेज में देर शाम पहुंचे, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. कलेक्टर ने ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी जानकारी ली और इसे लेकर कई अहम निर्देश भी जारी किए.

collector visits medical college
कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज का किया दौरा
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Published : Apr 27, 2021, 11:14 AM IST

शहडोल। जिले में कोविड-19 से जंग जारी है. संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है. जिला का शहडोल मेडिकल कॉलेज कोविड मरीजों के इलाज का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है. यहां जिला के अलावा इसके संभाग के अलग-अलग जिलों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं. इन दिनों कोरोना के कहर के बीच यहां मरीजों की संख्या बढ़ गई है. सोमवार को शहडोल कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह, शहडोल मेडिकल कॉलेज में देर शाम पहुंचे, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. कलेक्टर ने ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी जानकारी ली और इसे लेकर कई अहम निर्देश भी जारी किए.

कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज का किया दौरा

शहडोल कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह ने मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट एल.एम.ओ. का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने एल.एम.ओ. में लिक्विड ऑक्सीजन की जानकारी भी ली. उन्हें बताया गया कि मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन भी प्राप्त हो गई है. इसके बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेण्डरों की जानकारी हासिल की. यहां 525 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं, जिसमें बैकअप के लिए ऑक्सीजन भरकर वार्डो में रखे गए हैं.

LOCK हुआ शहडोल: शहर में पसरा रहा सन्नाटा, चप्पे चप्पे पर पुलिस की पहरेदारी

कलेक्टर ने कहा कि, एल.एम.ओ. में प्रेशर के मद्देनजर 200 ऑक्सीजन सिलेंडर का बैकअप तैयार रखा जाए, जिससे किसी भी आपात स्थिति में उनका उपयोग कर मरीज की जान बचाई जा सके. कलेक्टर ने भर्ती कोविड-19 मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता लगातार सुनिश्चित कराने के लिए औद्योगिक संस्थानों से बात की. आपात की स्थिति से निपटने के लिए कलेक्टर ने सिलेंडर को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पास जमा कराने के लिए कहा है.

मेडिकल कॉलेज में मरीज की संख्या

अभी शहडोल मेडिकल कॉलेज में 320 मरीज भर्ती हैं. 65 मरीज एच डी यू, आईसीयू में है, जिनकी स्थिति बेहतर है और उन्हें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वार्ड में रखा गया है. कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज अधीक्षक नागेन्द्र सिंह को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि, जो ठीक-ठाक हालत में मरीज हैं, उन्हें एक अलग वार्ड बनाकर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से ऑक्सीजन दी जाए. हर वार्ड में बैकअप के लिए 5 से 10 भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडर रखे जाएं. निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर मिलिंद शिरालकर के साथ जिले के कई आला अधिकारी भी मौजूद रहे.

शहडोल। जिले में कोविड-19 से जंग जारी है. संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है. जिला का शहडोल मेडिकल कॉलेज कोविड मरीजों के इलाज का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है. यहां जिला के अलावा इसके संभाग के अलग-अलग जिलों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं. इन दिनों कोरोना के कहर के बीच यहां मरीजों की संख्या बढ़ गई है. सोमवार को शहडोल कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह, शहडोल मेडिकल कॉलेज में देर शाम पहुंचे, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. कलेक्टर ने ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी जानकारी ली और इसे लेकर कई अहम निर्देश भी जारी किए.

कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज का किया दौरा

शहडोल कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह ने मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट एल.एम.ओ. का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने एल.एम.ओ. में लिक्विड ऑक्सीजन की जानकारी भी ली. उन्हें बताया गया कि मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन भी प्राप्त हो गई है. इसके बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेण्डरों की जानकारी हासिल की. यहां 525 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं, जिसमें बैकअप के लिए ऑक्सीजन भरकर वार्डो में रखे गए हैं.

LOCK हुआ शहडोल: शहर में पसरा रहा सन्नाटा, चप्पे चप्पे पर पुलिस की पहरेदारी

कलेक्टर ने कहा कि, एल.एम.ओ. में प्रेशर के मद्देनजर 200 ऑक्सीजन सिलेंडर का बैकअप तैयार रखा जाए, जिससे किसी भी आपात स्थिति में उनका उपयोग कर मरीज की जान बचाई जा सके. कलेक्टर ने भर्ती कोविड-19 मरीजों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता लगातार सुनिश्चित कराने के लिए औद्योगिक संस्थानों से बात की. आपात की स्थिति से निपटने के लिए कलेक्टर ने सिलेंडर को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पास जमा कराने के लिए कहा है.

मेडिकल कॉलेज में मरीज की संख्या

अभी शहडोल मेडिकल कॉलेज में 320 मरीज भर्ती हैं. 65 मरीज एच डी यू, आईसीयू में है, जिनकी स्थिति बेहतर है और उन्हें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वार्ड में रखा गया है. कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज अधीक्षक नागेन्द्र सिंह को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि, जो ठीक-ठाक हालत में मरीज हैं, उन्हें एक अलग वार्ड बनाकर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से ऑक्सीजन दी जाए. हर वार्ड में बैकअप के लिए 5 से 10 भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडर रखे जाएं. निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर मिलिंद शिरालकर के साथ जिले के कई आला अधिकारी भी मौजूद रहे.

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