शहडोल। जिला मुख्यालय स्थित निजी स्कूल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने नारेबाजी करते हुए अपनी कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में बताया गया है कि स्कूल में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं और उनके परिजन समस्याओं से निरंतर जूझ रहे हैं, जबकि कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से सभी स्कूल बंद हैं. इस स्कूल में व्याप्त दिक्कतों को संज्ञान में लेकर हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य को ज्ञापन सौंपते हुए मांग पूरी करने के लिए कहा है.
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि कोविड-19 महामारी के चलते लंबे समय तक पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति निर्मित थी, जिस वजह से समाज का हर वर्ग आर्थिक मंदी से गुजर रहा है. ऐसे में अब तक विद्यालय मनमानी फीस ले रहा था. इसलिए सामान्य स्थिति होने तक 50 फीसदी शुल्क ही लिया जाए.
विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय प्रशासन फीस वसूलने के लिए दबाव बना रहा है. साथ ही फीस जमा नहीं करने पर बच्चों का नाम विद्यालय से काट देने की धमकी दी जा रही है, जो नहीं होनी चाहिए. अभिभावकों को फीस जमा करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाए.
कोरोना की समस्या के चलते सभी शैक्षणिक संस्थान बंद है. वहीं शासकीय निर्देश अनुसार विद्यालयों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करना अनिवार्य है, मगर छात्र-छात्राओं तक सिर्फ वीडियो और पीडीएफ फाइल ही भेजा जा रहा हैं. इसलिए स्कूल शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन लाइव क्लासेज भी संचालित की जाए, ताकि छात्रों का डाउट क्लियर हो सकें.
इसी तरह एबीवीपी ने स्कूल में एनएसएस और एनसीसी आवश्यक रूप से संचालित करने को कहा है. इसके साथ ही एबीवीपी ने चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो फिर आंदोलन किया जाएगा.