सीहोर। कंप्यूटर बाबा ने सीएम शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बड़ा बयान दिया है. कंप्यूटर बाबा ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जनता के नहीं नोटों के मुख्यमंत्री हैं. वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को उन्होंने गद्दारों का सरदार बताया है. इतिहास देख लो उनके पूर्वजों ने भी गद्दारी की है और सिंधिया ने भी गद्दारी की है.
हमारे लोकतंत्र के टुकड़े-टुकड़े किये जा रहे हैं. जनता की चुनी हुई सरकार को इन गद्दारों ने गिराया है. इसलिए शिवराज सिंह नोटों के मुख्यमंत्री हैं और गद्दारों के मुख्यमंत्री हैं. ऐसे में आने वाले समय में संविधान के टुकड़े होंगे, लोकतंत्र की हत्या होगी. क्योंकि जब ये 50 सीट जीतेंगे और 100 खरीदेंगे फिर सरकार बनाएंगे इससे जो प्रजातंत्र है वो खतरे में हो जाएगा फिर हमारा वोट डालने का औचत्य खत्म हो जाएगा.
'धर्म और अर्धम की लड़ाई है'
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि संत समाज लोकतंत्र को बचाने के लिए निकला है. संत समाज उपचुनाव के लिए उन क्षेत्रों में जा रहा है जहां-जहां 25 गद्दार पैदा हुए हैं. ये लड़ाई अब बीजेपी और कांग्रेस के बीच की नहीं है. ये धर्म और अधर्म के बीच की लड़ाई है. धर्म के साथ सत्य है साधु संत हैं जनता है जबकि अधर्म के साथ शिवराज सिंह की भ्रष्ट सरकार है और ये 25 गद्दार हैं.
'शिवराज सरकार में ही किसान आत्महत्या करते हैं'
कंप्यूटर बाबा ने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि जब ये शिवराज सरकार आती है, तभी क्यों किसान आत्हत्या करते हैं ये विचारनीय बात है. क्योंकि किसानों के साथ मजाक किया जाता है. फसल बीमा के नाम पर 10 रुपये, 25 रुपये और 100 रुपये तक डाले जाते है. इससे अच्छा तो न डाले वो ज्यादा ठीक है कम से कम प्रोपेगंडा तो न करें.
अगर जनता को शिवराज सरकार को चुनना होता तो वो फिर कमलनाथ जी को क्यों चुनते 15 साल तक आपको देखा पांच साल और देख लेते लेकिन जनता ने कमलनाथ जी को चुना कम से कम पांच साल तक कमलनाथ के काम को देख तो लेते इतने क्यो तिलमिलाए गए. इसलिए पूरा संत समाज लोकतंत्र को बचाने के लिए निकला है.
दरअसल, पूर्व की कमलनाथ सरकार में नदी न्यास के पूर्व अध्यक्ष रहे कंप्यूटर बाबा आज भोपाल जाते समय सीहोर के इंदौर-भोपाल हाइवे पर रूके जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा.