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पीएम आवास में गजब फर्जीवाड़ा, घर किसी और के हक का, आवंटन दूसरे को.. और रह रहा कोई तीसरा - सतना की खबरें

Satna PM Awas yojna fraud : सतना जिले में अपात्र हितग्राहियों को पीएम आवास आवंटित किए जाने का मामला सामने आया है. मामला संज्ञान में आते ही सतना निगम आयुक्त और महापौर ने जांच कमेटी तैयार कर जांच शुरू की है.

Satna PM Awas yojna fraud
पीएम आवास में फर्जीवाड़ा
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 11, 2024, 12:09 PM IST

Updated : Jan 11, 2024, 2:23 PM IST

सतना. मध्य प्रदेश के सतना जिले में प्रधानमंत्री आवास (Pm Awas Yojna) की आवंटन प्रक्रिया में धांधली का मामला सामने आया है. नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों की मिली भगत के चलते आवंटन प्रक्रिया में फर्जावाड़ा कर किराए से मकान संचालित किए जा रहे हैं. एक और केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास गरीब एवं निचले स्तर के लोगों को आवंटित करने के लिए योजना बनाई थी, तो वहीं सतना के उतैली क्षेत्र में अपात्र हितग्राही यानी धन्ना सेठों को आवास आवंटित कर दिए गए. अब इन मकानों को किराए से चलाया जा रहा है.

इस तरह सामने आया पीएम आवास में फर्जीवाड़ा

पीएम आवास में फर्जीवाड़ा का खुलासा तब हुआ जब पीएम आवास में रह रहे फाइनेंस कंपनी के सेल्स मैनेजर पर अज्ञात लोगों ने चाकू से हमला कर दिया. घायल सेल्स मैनेजर को उपचार के लिए जब जिला अस्पताल लाया गया तो उसने बताया कि वह प्रधानमंत्री आवास के फ्लैट नंबर 101 में किराए से रहता है और यहीं उसपर हमला हुआ. उसने पुलिस को बताया कि यह मकान रेशमा मिश्रा के नाम आवंटित है.

कौन मार रहा गरीबों का हक?

इस मामले के सामने आने के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि जहां एक और गरीब व्यक्ति पीएम आवास को लेकर निगम दफ्तरों के चक्कर काट रहा है तो वहीं दूसरी तरफ फर्जी तरीके से मकान आवंटित कर कर किराए से मकान संचालित किए जा रहे हैं. आपको बता दें कि पीएम आवास के मकान को ना तो विक्रय किया जा सकता है और ना ही किराए पर संचालित किया जा सकता है. इस मामले पर बीजेपी के पार्षद भी आरोप लगा रहे हैं कि नगर निगम के अधिकारी कर्मचारियों के मिली भगत के चलते यह भ्रष्टाचार किया गया है और पीएम आवास को अपात्र हितग्राहियों को आवंटित कर दिया गया है, इसके लिए पार्षद ने निगम आयुक्त और महापौर से भी शिकायत दर्ज कराई है.

फर्जीवाड़ा करने वालों पर होगा एक्शन : महापौर

इस बारे में सतना के महापौर योगेश ताम्रकार (Mayor Yogesh Tamrakar) ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए कहा, ' प्रधानमंत्री आवास आवंटन प्रक्रिया में मुझे कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, पीएम आवास की एक प्रक्रिया है जिसके तहत यह आवंटन किए जाते हैं, और जिन्होंने भी गरीबों का हक छीना है, और उन्होंने मकान हथिया लिया है, हम इस पर जांच करेंगे और जरूरत पड़ी तो इन्हें निरस्त कर इन पर एक्शन जरूर लेंगे. हाल में ही किराएदार पर हमला होने पर यह मामला संज्ञान में आया था, इसकी मुझे जानकारी है कि वह पीएम आवास में किराए से निवास कर रहा है. पीएम आवास की जांच कमेटी बनाकर इसकी संपूर्ण विस्तृत जानकारी लेकर जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसे पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.'

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'रोटी' के बदले कुत्ते को मिली मौत, बेजुबान पर डंडे बरसाते रहे ग्रामीण, रोंगटे खड़े कर देगा वीडियो

सतना. मध्य प्रदेश के सतना जिले में प्रधानमंत्री आवास (Pm Awas Yojna) की आवंटन प्रक्रिया में धांधली का मामला सामने आया है. नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों की मिली भगत के चलते आवंटन प्रक्रिया में फर्जावाड़ा कर किराए से मकान संचालित किए जा रहे हैं. एक और केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास गरीब एवं निचले स्तर के लोगों को आवंटित करने के लिए योजना बनाई थी, तो वहीं सतना के उतैली क्षेत्र में अपात्र हितग्राही यानी धन्ना सेठों को आवास आवंटित कर दिए गए. अब इन मकानों को किराए से चलाया जा रहा है.

इस तरह सामने आया पीएम आवास में फर्जीवाड़ा

पीएम आवास में फर्जीवाड़ा का खुलासा तब हुआ जब पीएम आवास में रह रहे फाइनेंस कंपनी के सेल्स मैनेजर पर अज्ञात लोगों ने चाकू से हमला कर दिया. घायल सेल्स मैनेजर को उपचार के लिए जब जिला अस्पताल लाया गया तो उसने बताया कि वह प्रधानमंत्री आवास के फ्लैट नंबर 101 में किराए से रहता है और यहीं उसपर हमला हुआ. उसने पुलिस को बताया कि यह मकान रेशमा मिश्रा के नाम आवंटित है.

कौन मार रहा गरीबों का हक?

इस मामले के सामने आने के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि जहां एक और गरीब व्यक्ति पीएम आवास को लेकर निगम दफ्तरों के चक्कर काट रहा है तो वहीं दूसरी तरफ फर्जी तरीके से मकान आवंटित कर कर किराए से मकान संचालित किए जा रहे हैं. आपको बता दें कि पीएम आवास के मकान को ना तो विक्रय किया जा सकता है और ना ही किराए पर संचालित किया जा सकता है. इस मामले पर बीजेपी के पार्षद भी आरोप लगा रहे हैं कि नगर निगम के अधिकारी कर्मचारियों के मिली भगत के चलते यह भ्रष्टाचार किया गया है और पीएम आवास को अपात्र हितग्राहियों को आवंटित कर दिया गया है, इसके लिए पार्षद ने निगम आयुक्त और महापौर से भी शिकायत दर्ज कराई है.

फर्जीवाड़ा करने वालों पर होगा एक्शन : महापौर

इस बारे में सतना के महापौर योगेश ताम्रकार (Mayor Yogesh Tamrakar) ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए कहा, ' प्रधानमंत्री आवास आवंटन प्रक्रिया में मुझे कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, पीएम आवास की एक प्रक्रिया है जिसके तहत यह आवंटन किए जाते हैं, और जिन्होंने भी गरीबों का हक छीना है, और उन्होंने मकान हथिया लिया है, हम इस पर जांच करेंगे और जरूरत पड़ी तो इन्हें निरस्त कर इन पर एक्शन जरूर लेंगे. हाल में ही किराएदार पर हमला होने पर यह मामला संज्ञान में आया था, इसकी मुझे जानकारी है कि वह पीएम आवास में किराए से निवास कर रहा है. पीएम आवास की जांच कमेटी बनाकर इसकी संपूर्ण विस्तृत जानकारी लेकर जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसे पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.'

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Last Updated : Jan 11, 2024, 2:23 PM IST
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