सागर। किसानों को कहना था कि समर्थन मूल्य के अनुसार उनकी मक्का और सोयाबीन की फसल खरीदी जाए, लेकिन व्यापारी इसके लिए तैयार नहीं थे. आरोप है कि किसानों से गालीगलौज और अभद्रता की गई. इससे नाराज होकर किसानों ने सागर-बीना मार्ग जाम कर दिया. हालांकि बाद मौके पर पहुंचे सागर एसडीएम ने किसानों और मंडी सचिव की बात करवाई. तब जाकर करीब 4 घंटे बाद किसानों ने जाम खोला.
व्यापारियों पर गालीगलौज का आरोप : मंडी में खरीफ की फसल बेचने आए किसान फसलों के उचित दाम ना मिलने और समर्थन मूल्य पर खरीदी ना होने पर आगबबूला हो गये. किसानों ने मंडी परिसर में जमकर हंगामा किया. व्यापारियों की मनमानी से नाराज किसानों ने सागर बीना मार्ग पर चक्काजाम लगा दिया. जिसके चलते करीब दो घंटे तक बीना मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारे लगी रहीं. नाराज किसानों ने समर्थन मूल्य पर खरीदी की मांग करने और गालीगलौज के विरोध में कृषि उपज मंडी के बाहर आकर सागर-बीना हाईवे पर चक्का जाम कर दिया.
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एसडीएम ने कराया समझौता : किसानों का आरोप है कि व्यापारी फसलों का एमएसपी पर खरीद ना कर मनमाने दाम पर बहुत ही कम मूल्य तय कर खरीद रहे हैं, जिससे किसानों को बहुत घाटा हो रहा है. इतना ही नहीं व्यापारियों की मनमानी का विरोध करने पर व्यापारियों ने किसानों से अभद्रता करते हुए गालीगलौज करते हुए धक्कामुक्की भी की. जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने चक्काजाम कर दिया. करीब चार घंटे तक चक्काजाम होने के कारण सागर-बीना मार्ग पर करीब 5 किमी तक वाहनों की लंबी कतारे लग गईं. सागर एसडीएम विजय जब मौके पर पहुंचे और कृषि उपज मंडी के सचिव को बुलाकर किसानों की समस्या पर बातचीत कराई और तय हुआ कि उचित मूल्य पर ही किसानों की फसल खरीदी जाएगी.