रीवा। फर्जी अंकसूची के आधार पर नौकरी पाने वाले जिला रोजगार अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि आरोपी सतना में पदस्थ था. इस मामले में तत्काल जांच करने और 10 हजार रुपए के इनामी जिला रोजगार अधिकारी को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए गए थे.
बता दें कि उपनिरीक्षक गौरव मिश्रा की टीम द्वारा आरोपी की लगातार लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही थी, जिसमें पुलिस को 5 फरवरी को सफलता मिली. इसके आधार पर उप पुलिस महानिरीक्षक रीवा के दस्ता प्रभारी उपनिरीक्षक अभिषेक पांडे की टीम ने सीधी-रीवा के बीच मोहनिया घाटी से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
ये है मामला
सीएसपी शिवेंद्र सिंह बघेल के निर्देशन में कई टीमों का गठन कर आरोपी जिला रोजगार अधिकारी अमित कुमार सिंह के शैक्षणिक प्रपत्रों की जांच करने और आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए थे. रोजगार अधिकारी के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच की गई. जांच में पाया गया कि अमित कुमार सिंह ने आदर्श विज्ञान महाविद्यालय रीवा साल 2001 की जिस अंकसूची के आधार पर शासकीय सेवा प्राप्त किया था, वह फर्जी है. अमित कुमार सिंह वर्ष 2001 में महाविद्यालय के ना तो छात्र थे और ना ही महाविद्यालय में एडमिशन लिया था.