रीवा। दो कर्मचारियों को आज सरकारी खाते के बजाय अपने खाते में पैसे जमा करने के कारण रीवा कलेक्टर इलैया राजा टी ने निलंबन का आदेश थमा दिया गया है. यह दोनों ही कर्मचारी कलेक्ट्रेट कार्यालय के छात्रवृत्ति शाखा में पदस्थ थे और दोनों ही कर्मचारियों के द्वारा गबन की गई राशि को सरकारी खाते में वापस ले लिया गया है. हालांकि अभी 16 लाख रुपए की राशि बकाया है जिसे जल्द वापस कराए जाने की बात सयुंक्त कलेक्टर ने कही है.
दो कर्मचारियों को कलेक्टर ने थमाया निलंबन का नोटिस
दरअसल वर्ष 2017 में हुए छात्रवृत्ति घोटाले की 2 करोड़ 10 लाख रुपए की राशि को कलेक्ट्रेट की छात्रवृत्ति शाखा में पदस्थ रामनरेश पटेल तथा अनिल शर्मा के द्वारा सरकारी खाते के बजाय अपने निजी खाते में ट्रांसफर कर लिया गया था, जिसके बाद कलेक्टर के द्वारा राशि गबन के संबंध में उच्च स्तरीय जांच कराई गई, तब यह दोनों ही कर्मचारी दोषी पाए गए थे. जिसके बाद आज रीवा कलेक्टर इलैया राजा टी ने दोनों ही कर्मचारियों को निलंबन का नोटिस थमाया है.
2 करोड़ 10 लाख का हुआ था छात्रवृत्ति घोटाला
संयुक्त कलेक्टर के पी पाण्डेय ने बताया कि वर्ष 2017 से लेकर 2020 के दरमियान छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में कलेक्ट्रेट के इन दोनों कर्मचारियों का नाम उजागर हुआ था. जिसके बाद कलेक्टर के द्वारा इस बात की पुष्टि कराई गई, तब बाबू के पद पर पदस्थ रामनरेश पटेल के द्वारा सरकारी खाते में अपने द्वारा गबन किए गए 1 करोड़ 77 लाख रुपए के राशि को वापस कर दिया गया तो वहीं दूसरे कर्मचारी अनिल शर्मा ने भी तकरीबन 33 लाख रुपए अपने निजी खाते में जमा कर लिए थे जिसमें से 17 लाख रुपए रुपए उन्होंने भी सरकारी खाते में जमा कराए हैं. हालांकि अभी भी 16 लाख रुपए की राशि बकाया है जिसे कलेक्टर के द्वारा जल्द वापस कराने की बात की जा रही है.
शासकीय खाते में वापस जमा कराई गई राशि
रीवा में इन दिनों घोटालेबाजों की परत दर परत खुलती जा रही है. बीते माह ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य सहित अन्य कर्मचारियों पर घोटाले के आरोप में जांच की कार्रवाई की गई थी. जिसमें करोड़ों रूपये की शासकीय राशि का गबन कर अपने उनके द्वारा अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए गए थे. अब एक बार फिर कलेक्ट्रेट कार्यालय के छात्रवृत्ति शाखा में पदस्थ दो कर्मचारियों पर जिला कलेक्टर इलैया राजा टी ने एक्शन लेते हुए निलंबन का नोटिस थमाया है. इतना ही नहीं कर्मचारियों द्वारा गबन की गई राशि को भी वापस ले लिया गया है.