रीवा। जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. एजुकेशन के मामले में हो या फिर सिनेमा, क्रिकेट, एथिलेटिक्स, ओलंपिक्स, हर क्षेत्र में रीवा के टैलेंट का जलवा हमेशा से ही बरकरार रहा है. इसी क्षेत्र में बेहतर मुकाम हासिल वाले एक और व्यक्ति का नाम जुड़ चुका है. एमएमए फाइटर जय द्विवेदी जिन्होंने 19 साल की उम्र में वो मुकाम हासिल किया है, जिसे पाने के लिए बरसों की कड़ी मेहनत और हार्ड कोर डेडिकेशन की जरूरत होती है. दरअसल एमएमए फाइटर जय द्विवेदी ने लखनऊ में आयोजित मिक्सड मार्शल आर्ट चैंपियनशिप 2023 में पंजाब के खिलाड़ी को हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया है.
जिले को गौरवान्वित कर रहे जय द्विवेदीः जय द्विवेदी रीवा जिले के अमरिया गांव से ताल्लुख रखते हैं, कद-काठी से मजबूत जय द्विवेदी न सिर्फ एमएमए फाइटर हैं. बल्कि बॉडी बनाने में भी वह काफी रुचि रखते है. कुछ ही महीने पहले इसी वर्ष जय द्विवेदी ने स्टेट वुशू चैंपियनशिप पन्ना में गोल्ड मेडल हासिल किया था और उससे पहले आरजीपीवी की ओर से आयोजित बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक हासिल कर चुके हैं. 19 वर्षीय जय ने अपनी ट्रेनिंग 2 साल पहले से ही शुरू की थी, जिसके बाद वह अब बड़े-बड़े चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर गोल्ड और कांस्य मेडल हासिल कर प्रदेश और जिले को गौरवान्वित कर रहे है.
CRPF में कोबरा कमांडो बटालियन का हिस्सा हैं जय के पिताः एमएमए फाइटर जय द्विवेदी का जन्म 14 मई 2004 को रीवा में हुआ था, जय ने बॉडीबिल्डिंग, वुशू, बाक्सिंग और एमएमए की ट्रेनिंग ली हुई है. अमरिया गांव से नाता रखने वाले जय के पिता नरेंद्र कुमार द्विवेदी सीआरएफसी में कोबरा कमांडो बटालियन का हिस्सा हैं. जय की माता संध्या द्विवेदी हैं. जय मार्शल आर्ट्स, बॉडी बिल्डिंग और बॉक्सिंग के अलावा एक स्टूडेंट भी हैं जो फिलहाल ग्लोबल इंजीनियरिंग कॉलेज जलबलपुर से सीएसई की पढ़ाई कर रहे हैं.
"MMA FIGHTER" है 19 वर्षीय जय द्विवेदीः मात्र 19 बर्ष की आयु में यह सब हासिल कर लेना हर किसी के बस की बात नहीं होती, इतने सारे अवार्ड्स, मेडल्स और अचीवमेंट्स तो एक शुरुआत है. जय द्विवेदी का लक्ष्य है कि खुद को इस काबिल बनाएं ताकि यूएफसी "UFC" जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म में अपने देश की ओर से भाग लेकर वह अपने देश का नाम रोशन करें.