रतलाम। आलोट और जावरा के ग्रामों में सोयाबीन की फसल में पिला मोजेक का असर देखने को मिल रहा है. जिसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ जिले के नवागत कलेक्टर किसानों की खराब हुई फसलें देखने फील्ड में पहुंचे थे. जहां अधिकारियों ने किसानों से अपनी फसलों का फसल बीमा 31 अगस्त तक करवाने के निर्देश दिए थे. लेकिन बैंकों में किसानों की फसल का बीमा नहीं किए जाने से नाराज किसानों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर खराब हुई फसल के साथ प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
दरअसल, पीला मोजेक और अफलन की वजह से सोयाबीन की फसल में भारी नुकसान देखने को मिल रहा है. जिसको लेकर किसानों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर खराब हुई फसल का सर्वे करवाने और मुआवजा दिलवाने की मांग की है. इस मौके पर किसानों ने बैंकों में किसानों का फसल बीमा नहीं किए जाने की शिकायत भी कलेक्टर से की. जिस पर कलेक्टर ने एसडीएम को बुलवाकर सभी बैंकों को किसानों के फसल बीमा करने के निर्देश जारी किए हैं. रविवार के दिन भी किसानों की फसल का बीमा करने के लिए बैंकों के कार्यालय खोलने के निर्देश जारी किए हैं.
बहरहाल, बर्बाद हुई फसल का मुआवजा और बीमा नहीं होने की शिकायत लेकर पहुंचे किसानों की समस्या सुनने के बाद रतलाम कलेक्टर ने फसलों में नुकसान का सर्वे करवाने और बीमा करवाने की अंतिम तारीख के दिन बैंक कार्यालयों में व्यवस्था किए जाने का आश्वासन किसानों को दिया है.