रतलाम। आईएनएस विक्रमादित्य पर लगी आग में शहीद हुए लेफ्टिनेंट कमाण्डर धर्मेंद्र सिंह चौहान की अंतिम यात्रा शुरू हो चुकी है. रतलाम के लाल की अंतिम विदाई में हर आंख नम है. हर दिल देश के इस लाल की शहादत को सलाम कर रहा है.
धर्मेंद्र का पार्थिव शरीर कल रात उनके घर पहुंच गया था, जिसके बाद आज उनकी अंतिम यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें शहरवासियों का हूजूम उमड़ पड़ा है. इस वीर की शहादत पर लोगों की आंखों में उसके जाने के गम के आंसू तो हैं लेकिन साथ ही उन्हें इस शहीद फौजी की बहादुरी पर गर्व भी है. शहीद धर्मेंद्र को पूरे सैनिक सम्मान के साथ विदा किया जाएगा. लोग तिरंगे में लिपटे उसके शरीर पर फूल बरसा रहे हैं, उसकी शहादत को नमन कर रहे हैं.
शहीद की मां ने बेटे को खोने के गम को भुला कर उसको सलाम किया. वो अपने हीरो को सलाम कर रही हैं लेकिन धीरे-धीरे उनकी ममता के आंसू आंखों से फिसलकर अपने गम का इजहार कर रहे हैं. आज हर आंख नम हैं, हर लब पर शहीद की बहादुरी के किस्से हैं. चाहे प्रशासनिक अधिकारी हो या आम आदमी, बच्चा हो या बूढ़ा, हर शख्स देश के इस वीर सपूत को अलविदा कहने के लिए उमड़ पड़ा है.