रायसेन। मध्य प्रदेश में अयोग्य शिक्षकों पर गाज गिर सकती है, शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी ने शिक्षकों को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अयोग्य शिक्षकों को हटाने संबंधी प्रक्रिया के आदेश सरकार जारी कर रही है. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों की शिक्षा को लेकर सरकार यह निर्णय ले रही है.
डॉ प्रभु राम चौधरी ने कहा कि अयोग्य शिक्षकों को 20 साल की नौकरी या 50 साल की उम्र पूरी होने पर रिटायरमेंट करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने आवश्यक सेवा निवृत्ति का जो नियम बनाया है, उसके तहत शिक्षा विभाग अक्षम कर्मचारियों को नौकरी से बाहर करने जा रही है. इसके लिए विभागीय स्तर पर समीक्षा के बाद अक्षम शिक्षकों को आवश्यक सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी.
मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकारी मशीनरी के कामकाज में बेहतरी लाने के प्रयास कर रहे हैं. जिसके चलते अयोग्य शिक्षकों को कम्पलसरी सेवानिवृत्ति देने का फैसला किया गया है. सूत्रों के मुताबिक राज्य में लगभग 5 लाख शिक्षक हैं, जिनमें लगभग एक लाख शिक्षक ऐसे हैं जो 20 साल की सेवा पूरी कर चुके हैं या 50 साल की उम्र पूरी कर चुके है. सरकार ने आवश्यक सेवानिवृत्ति का जो नियम बनाया है, उसमें आयु 50 वर्ष और सेवा के 20 वर्ष तय किए गए हैं.