पन्ना। देवेंद्र नगर तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर स्थित रानीगंज पूर्वा पंचायत में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं. इसको लेकर गांव की महिलाएं ग्राम पंचायत भवन पर ही धरने पर बैठ गईं. ग्रामवासियों का आरोप है कि पंचायत में बड़े स्तर पर अनियमितताएं की गई हैं, जिस पर बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिससे तंग आकर उन्हें मजबूरन धरने पर बैठना पड़ रहा है.
महिलाओं का कहना है कि मनरेगा के तहत पंचायत द्वारा उसे काम कराया गया, लेकिन मजदूरी की राशि महीनों बीत जाने के बाद भी नहीं दी गई. जिससे उन्हें जीवन-यापन में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ग्राम वासियों ने पंचायत प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि पंचायत पर कई वर्ष पहले शांति धाम के निर्माण के लिए लगभग 5 लाख की राशि निकाली गई, लेकिन मौके पर आज तक निर्माण नहीं हो पाया. इसके अलावा पंचायत द्वारा तीन चबूतरो के नाम पर राशि निकाली गई, लेकिन चबूतरों का निर्माण नहीं हुआ. वहीं दूसरी ओर मोहल्ला विशेष को छोड़कर पूरे ग्राम में पानी की सप्लाई ना होना, राशन वितरण ना होना जैसे गंभीर आरोप लगाए गए.
वहीं महिलाओं के धरने पर बैठने की खबर रोजगार सहायक, सचिव, जनपद सीईओ को दूरभाष के माध्यम से दी गई लेकिन अधिकारियों द्वारा उदासीनता बरती गई. वहीं जब मामला असिस्टेंट जिला सीईओ अशोक चतुर्वेदी के संज्ञान में आया तो उन्होंने मामले की गंभीरता देखते हुए तत्काल एपीओ भगवत पटेल और इंजीनियर रजनीश जैन को मौके पर भेजकर निराकरण करने का निर्देश दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे एपीओ भगवत पटेल और इंजीनियर रजनीश जैन ने ग्रामवासियों की समस्याओं को लिखित रूप में लेकर मंगलवार शाम 4 बजे ग्राम पंचायत भवन में पहुंचकर जिम्मेदार कर्मचारियों और अधिकारियों के सामने व्यक्तिवार समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद महिलाओं ने धरना समाप्त किया.