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अतिथि विद्वान ने की आत्महत्या, पिता ने प्रिंसिपल पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

पन्ना में प्रिंसिपल की प्रताड़ना के चलते एक अतिथि विद्वान ने जहर पीकर आत्मगहत्या कर ली, परिजनों ने पूरे मामले में प्रिसिंपल पर एफआईआर की मांग की है.

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Published : Jul 17, 2020, 3:02 PM IST

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शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज पवई

पन्ना। पवई पॉलिटेक्निक कॉलेज से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां प्रिंसिपल की प्रताड़ना से तंग आकर एक अतिथि विद्वान ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के मुताबिक प्रिंसिपल बिना शासकीय आदेश के अतिथि विद्वानों का इंटरव्यू ले रहे थे. इसी बात को लेकर प्रिंसिपल और अतिथि विद्वान में कुछ कहासुनी हुई और उसके बाद अतिथि विद्वान ने बड़ा कदम उठा लिया.

शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज पवई
जानकारी के मुताबिक बिना शासकीय अनुमति के कोई भी कॉलेज अतिथि विद्वानों का इंटरव्यू नहीं ले सकता क्योंकि अगर अतिथि विद्वान पहले से नियुक्त है तो उस पर आवेदन पत्र आमंत्रित भी नहीं लिया जा सकता है, लेकिन इन सारे नियमों को ताक में रखकर प्रिंसिपल अरविंद त्रिपाठी ने आवेदन मंगाए और अपने खास लोगों को नियुक्तियां भी दी गईं. जिससे नाराज मृतक होनहार अतिथि विद्वान वृंदावन प्यासी ने आत्महत्या कर ली. मृतक अतिथि विद्वान के पिता ने प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है की वह काफी दिन से प्रताड़ित हो रहा था जिसके चलते वो परेशान रहता था. परिजन अब प्रिंसिपल के खिलाफ FIR दर्ज कराएंगे.

ये भी पढ़ें- आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 1 लाख 70 हजार रुपए की अवैध शराब जब्त

हालांकि इस मामले ने अब तूल पकड़ ली है और प्रदेश प्रांतीय संगठनों ने इसका ज्ञापन और कार्रवाई की मांग भी मुख्यमंत्री से की है.

पन्ना। पवई पॉलिटेक्निक कॉलेज से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां प्रिंसिपल की प्रताड़ना से तंग आकर एक अतिथि विद्वान ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के मुताबिक प्रिंसिपल बिना शासकीय आदेश के अतिथि विद्वानों का इंटरव्यू ले रहे थे. इसी बात को लेकर प्रिंसिपल और अतिथि विद्वान में कुछ कहासुनी हुई और उसके बाद अतिथि विद्वान ने बड़ा कदम उठा लिया.

शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज पवई
जानकारी के मुताबिक बिना शासकीय अनुमति के कोई भी कॉलेज अतिथि विद्वानों का इंटरव्यू नहीं ले सकता क्योंकि अगर अतिथि विद्वान पहले से नियुक्त है तो उस पर आवेदन पत्र आमंत्रित भी नहीं लिया जा सकता है, लेकिन इन सारे नियमों को ताक में रखकर प्रिंसिपल अरविंद त्रिपाठी ने आवेदन मंगाए और अपने खास लोगों को नियुक्तियां भी दी गईं. जिससे नाराज मृतक होनहार अतिथि विद्वान वृंदावन प्यासी ने आत्महत्या कर ली. मृतक अतिथि विद्वान के पिता ने प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है की वह काफी दिन से प्रताड़ित हो रहा था जिसके चलते वो परेशान रहता था. परिजन अब प्रिंसिपल के खिलाफ FIR दर्ज कराएंगे.

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हालांकि इस मामले ने अब तूल पकड़ ली है और प्रदेश प्रांतीय संगठनों ने इसका ज्ञापन और कार्रवाई की मांग भी मुख्यमंत्री से की है.

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