नीमच। लॉकडाउन के बीच जिले के कई गांवों में कच्ची जहरीली शराब बनाने की शिकायतें आबकारी विभाग को मिल रही थी, जिसके बाद आबकारी विभाग ने एक टीम गठित कर जिले के कई ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की. जहां आबकारी विभाग ने बड़ी संख्या में महुआ लहान जब्त किया है और उसे नष्ट कराया गया है और इसके साथ ही आबकारी विभाग की टीम ने एक आरोपी महिला को गिरफ्तार किया है.
बता दें की आबकारी विभाग ने महिला को हाथभट्टी से शराब बेचते रंगे हाथ पकड़ा है. जिसके बाद प्रशासन की कार्रवाई से जानलेवा कच्ची शराब बेचने और बनाने वालों में हडकंप मचा हुआ है. जिले में हाथभट्टी से शराब बनाने की शिकायत लगातार मिल रही थी, जिसके बाद प्रशासन की सख्ती के बाद भी कई जगह अवैध शराब बनाई जा रही हैं. ऐसे में जिला प्रशासन ने धरपकड़ अभियान शुरू किया. जहां आबकारी विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है. इस अभियान के तहत गांव चड़ौली के साथ आसपास के गांवों में दबिश दी और भारी मात्रा में महुआ लहान नष्ट कराया गया.
जिला आबकारी अधिकारी अनिल सचान ने बताया की ग्राम आम्बा, चडौल और कुतली के पास जंगलों में दबिश दी गई है, जहां से करीब 600 किलो महुआ लहान मिला है, जिससे कच्ची जहरीली शराब बनाई जाने वाली थी, जिसे तुरंत ही नष्ट करवाया गया, जिसकी कीमत करीब छह लाख रूपए बताई जा रही है. बता दें की महुआ लहान करीब 40 डिब्बों में अलग-अलग जगहों पर भरकर रखे गए थे और इसके साथ ही हाथभट्टी कच्ची शराब बनाने के कई उपकरण भी जब्त किए हैं. वहीं रोशनी पति राजू निवासी आम्बा को गिरफ्तार किया गया है, जिसके कब्जे से तीन लीटर कच्ची शराब जब्त की गई है.
इसके साथ ही कुछ दिनों पहले रतलाम में कच्ची शराब के सेवन से तीन लोगों की मौत हो गई थी, जहां मौत के बाद जिला प्रशासन ने ये मुहिम छेड़ी है. नीमच जिले में भी कच्ची शराब का गोरखधंधा जन स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है और इसकी धरपकड़ के लिए प्रशासन की मुहिम लगातार जारी है.