नरसिंहपुर। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) पर पूरे विश्व में योग किया जा रहा है. चाहे वह जल, थल, नभ ही क्यों न हो. नरसिंहपुर केंद्रीय जेल (central jail) में कैदियों और जेल स्टाफ ने भी योग दिवस पर योग किया है, लेकिन यह सेंट्रल जेल के कैदियों के लिए कोई नई बात नहीं है. यहां पिछले कई वर्षों से प्रतिदिन योगभ्यास किया जा रहा है. सेंट्रल जेल में रोजाना कैदियों के मानसिक, शारीरिक विकास को ध्यान में रखकर जेल के अंदर लाफ्टर थेरेपी (Laughter yoga), अनुलोम विलोम. शीर्षासन प्राणायाम जैसे योगभ्यास प्रतिदिन कराए जाते हैं.
- कैदी स्वस्थ रहे इसलिए हो रहे प्रयास
जेल के कैदी स्वस्थ रहें इसलिए यहां प्रतिदिन जेल वाणी के माध्यम से कैदियों के बीच योग के साथ-साथ खुशनुमा माहौल बनाया जाता है. जेल अधीक्षक के मुताबिक, लगातार योग की वजह से कैदियों में खर्च होने वाला स्वास्थ्य बजट खत्म होने की ओर है. अधीक्षक का मानना है कि यदि देश के सभी जिले योग पर विशेष ध्यान दें तो जेल कैदियों के स्वास्थ्य पर खर्च होने वाला बजट शून्य हो सकता है.
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- योग से कोरोना का खातमा
जेल अधीक्षक ने योग के महत्व को बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फिट इंडिया मूवमेंट (Fit India Movement) के तहत जेल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन, खेल प्रतियोगिताएं और योग निरंतर होता रहता हैं. योग की वजह से जेल में कोरोना (corona) की पहली और दूसरी लहर में कैजुअल्टी बिल्कुल नहीं हुई और नए कैदियों के आने से यदि संक्रमण जेल के अंदर आया भी तो उन्हें योग के माध्यम से जेल के अंदर ही ठीक कर लिया गया. वर्तमान मे सभी बंदी पूरी तरह से ठीक हैं. इसकी सिर्फ एकमात्र वजह योग है.