मुरैना: विश्व प्रसिद्ध शनि मंदिर लॉकडाउन के बाद ये पहला शनिवार रहा जब मंदिर को श्रध्दालुओं के लिए खोला गया. यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की लाइन लगी होती थी. लेकिन इस शनिवार को कुछ ही श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा मंदिर में कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए सभी तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं.
मुरैना से 35 किलोमीटर दूर अति पर्वत पर स्थित त्रेता युग का एकमात्र विश्व प्रसिद्ध शनि मंदिर है, यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश के विभिन्न कोनों से आकर न्याय के देवता शनि से अपने संकटों की मुक्ति के लिए आराधना किया करते हैं. वहीं पिछले 3 माह से लॉकडाउन के कारण तीर्थ स्थलों को बंद कर दिया गया था. इस कारण शनि मंदिर भी श्रद्धालुओं के लिए बंद था.
देश में 8 जून से धार्मिक स्थलों को सशर्त अनुमति जारी की गई, 8 जून के बाद 13 जून को पहला शनिवार था जब मंदिर को खोला गया. शनि मंदिर पर आम दर्शनार्थी शनिदेव की पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे हैं. खास बात यह है कि संक्रमण एक से किसी दूसरे व्यक्ति में न जाए, इसके लिए शनि मंदिर में प्रसाद चढ़ाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. सिर्फ शनिदेव पर तेल चढ़ाने की अनुमति प्रशासन द्वारा दी गई है.
संक्रमण के कारण यातायात के साधनों का अभाव है और इसी कारण दूर-दराज क्षेत्रों और देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले दर्शनार्थी मंदिर नहीं पहुंच पा रहे हैं. जो भक्त निजी साधनों से आ सकते हैं, सिर्फ वही श्रद्धालु शनि मंदिर पर दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए मंदिर में प्रवेश से पहले सैनिटाइज कराने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया है. साथ ही आयुष विभाग द्वारा वितरित किए जाने वाले संसमणि वटी, त्रिकूट चूर्ण और अणु तेल भी शनि मंदिर पर कैंप लगाकर वितरित किया जा रहा है. जिन श्रद्धालुओं को कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष विभाग की इन औषधियों की आवश्यकता है, वे नि:शुल्क विभाग के कर्मचारियों से ले सकते हैं.