मुरैना। आज शनिवार को न्यायालय के 90वें स्थापना दिवस पर जजों का जमावड़ा लगने वाला है. जजों के आने से पहले ही पुलिस,फॉरेस्ट और जिला प्रशासन ने रेत माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. अधिकारी 110 जवानों को साथ लेकर चंबल राजघाट पुल पर पहुंच गए, जहां अधिकारियों ने खेतों में पड़ी चम्बल की अवैध रेत को नष्ट कर दिया. भारी पुलिस फोर्स को देखकर माफियाओं में हडकंप मच गया. बता दें कि हाई कोर्ट ने चंबल से रेत के अवैध उत्खनन को बंद करवाने के लिए मुरैना जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए है.
20 हजार घन मीटर में डंप रेत नष्ट: जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की दोपहर मुरैना एसडीएम, एएसपी रायसिंह नरवरिया और फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी 110 जवानों को साथ लेकर चम्बल के राजघाट पुल पर पहुंच गए. अचानक इतनी बड़ी संख्या में पुलिस और अधिकारियों का काफिला देखकर ग्रामीण हैरान रह गए, उनकी समझ में नहीं आ रहा था, कि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस उनके गांव में क्यों आई है. कई लोग डर की वजह से घरों में घुस गए. पुलिस ने खेतों में पड़ी रेत को मिट्टी में मिलाकर नष्ट करने की कार्रवाई शुरू की. भारी संख्या में पुलिस बल देखकर रेत माफिया अंडर ग्राउंड हो गए. पुलिस ने कुछ ही घंटों में जेसीबी की मदद से करीब 20 हजार घन मीटर में डंप रेत को नष्ट कर दिया.
कार्रवाई में एक करोड़ से अधिक की अवैध रेत नष्ट, 36 लोगों पर FIR दर्ज
रेत माफियाओं का पता लगाने में जुटी पुलिस: पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि चम्बल से रेत का अवैध उत्खनन कर खेतों में डंप करने वाले माफिया कौन हैं. माफिया ग्रामीणों में से हैं या फिर किराए से जमीन लेकर रेत डंप कर किसी दूसरी जगह रह रहे हैं, पुलिस इसका पता लगाने में जुट गई है. उल्लेखनीय है कि चम्बल से रेत का अवैध उत्खनन रोकने के लिए हाई कोर्ट ने मुरैना जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं. शनिवार को मुरैना में न्यायालय के 90वे स्थापना दिवस के मौके पर हाई कोर्ट के अलावा सुप्रीम कोर्ट के भी जज आने वाले हैं. इसलिए लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन ने जजों के डर से दिखावे के लिये यह कार्रवाई की है.
(Big action on sand mafia) (Illegal Sand Destroyed in Morena)