मंदसौर। दो दिन पहले मंदसौर में किसानों को कर्ज माफी के प्रमाण पत्र वितरित करने गए मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा को शासकीय योजनाओं का बखान करना भारी पड़ गया क्योंकि उन्होंने दिव्यांगों को लूला-लंगड़ा कहकर संबोधित किया था. मंत्री के इस बयान पर सियासत तेज हो गई है. केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने इसका विरोध किया है.
मंदसौर नगर पालिका परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राम कोटवानी के पद ग्रहण समारोह में पहुंचे मंत्री ने कहा कि मंत्री पद पर रहते हुए उन्हें इस तरह की भाषा का उपयोग नहीं करना चाहिए. नरेंद्र मोदी की सरकार और उनके सामाजिकता विभाग ने उनके संबोधन में विकलांग जैसे शब्द को हटाकर दिव्यांग शब्द का संबोधन दिया है. प्रदेश के मंत्री को इस तरह का बयान देने पर माफी मांगनी चाहिए.
सर्जिकल स्ट्राइक पर बयानबाजी पर उन्होंने विपक्ष की निंदा की है. डोनाल्ड ट्रंप के दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पहले भी आतंकवाद जैसे गंभीर मसले पर देश की तरफ से अमेरिका से हस्तक्षेप करने की बात करते आए हैं. डोनाल्ड ट्रंप का दौरा इस बार भी देश हित में होगा. शाहीन बाग में चल रहे धरने पर उन्होंने दो टूक कहा कि ये एक प्रायोजित कार्यक्रम है. केंद्र सरकार ने एक बार कानून बना दिया है, जो कानून किसी भी धर्म का विरोधी नहीं है.