मंदसौर। रविवार को जिले के लीलदा गांव में नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा अफीम की तौल और जांच का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. ग्रामीणों ने जांच करने आई नारकोटिक्स टीम के सदस्यों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने किसानों को धमकाया और महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया है, जिसके लिए उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं इस मामले पर कांग्रेस ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
सोमवार को जिले के किसान सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जिला कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों का घेराव किया. किसानों का कहना है कि जांच करने आई नारकोटिक्स की टीम ने किसानों को बेवजह धमकाकर उनसे लूट-खसोट करने की कोशिश की. साथ ही महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत जिला अफीम अधिकारी से भी की थी, लेकिन इस पूरे मामले में अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि, बेवजह केवल किसानों को धमकाने के उद्देश्य से की गयी नारकोटिक्स विभाग की इस जांच पर कार्रवाई की जाए, जिसमें संबंधित अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो पूरे जिले में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं इस पूरे मामले में किसानों को कांग्रेस का साथ भी मिला है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि अगर मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गयी तो जल्द ही जिले में आंदोलन किया जाएगा.
वहीं जिला अफीम अधिकारी दीपक दुबे ने किसानों को उचित जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है, पूरे मामले की जांच की जाएगी. बता दें कि रविवार को नारकोटिक्स विभाग की एक टीम ग्राम लीलदा में अफीम की फसल की जांच के लिए पहुंची थी, जिसके बाद से ही यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.