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मंदसौरः नारकोटिक्स विभाग की कार्रवाई से नाराज किसानों ने किया अधिकारियों का घेराव, निलंबित करने की मांग

मंदसौर जिले के लीलदा गांव में नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा रविवार को अफीम की फसल चेक की गयी थी. जिस पर किसानों ने नारकोटिक्स टीम पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है.

प्रदर्शन करते किसान
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Published : Mar 4, 2019, 10:48 PM IST

मंदसौर। रविवार को जिले के लीलदा गांव में नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा अफीम की तौल और जांच का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. ग्रामीणों ने जांच करने आई नारकोटिक्स टीम के सदस्यों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने किसानों को धमकाया और महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया है, जिसके लिए उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं इस मामले पर कांग्रेस ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

सोमवार को जिले के किसान सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जिला कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों का घेराव किया. किसानों का कहना है कि जांच करने आई नारकोटिक्स की टीम ने किसानों को बेवजह धमकाकर उनसे लूट-खसोट करने की कोशिश की. साथ ही महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत जिला अफीम अधिकारी से भी की थी, लेकिन इस पूरे मामले में अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.

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पैकेज

किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि, बेवजह केवल किसानों को धमकाने के उद्देश्य से की गयी नारकोटिक्स विभाग की इस जांच पर कार्रवाई की जाए, जिसमें संबंधित अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो पूरे जिले में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं इस पूरे मामले में किसानों को कांग्रेस का साथ भी मिला है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि अगर मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गयी तो जल्द ही जिले में आंदोलन किया जाएगा.

वहीं जिला अफीम अधिकारी दीपक दुबे ने किसानों को उचित जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है, पूरे मामले की जांच की जाएगी. बता दें कि रविवार को नारकोटिक्स विभाग की एक टीम ग्राम लीलदा में अफीम की फसल की जांच के लिए पहुंची थी, जिसके बाद से ही यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.

मंदसौर। रविवार को जिले के लीलदा गांव में नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा अफीम की तौल और जांच का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. ग्रामीणों ने जांच करने आई नारकोटिक्स टीम के सदस्यों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने किसानों को धमकाया और महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया है, जिसके लिए उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं इस मामले पर कांग्रेस ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

सोमवार को जिले के किसान सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जिला कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों का घेराव किया. किसानों का कहना है कि जांच करने आई नारकोटिक्स की टीम ने किसानों को बेवजह धमकाकर उनसे लूट-खसोट करने की कोशिश की. साथ ही महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत जिला अफीम अधिकारी से भी की थी, लेकिन इस पूरे मामले में अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.

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किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि, बेवजह केवल किसानों को धमकाने के उद्देश्य से की गयी नारकोटिक्स विभाग की इस जांच पर कार्रवाई की जाए, जिसमें संबंधित अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो पूरे जिले में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं इस पूरे मामले में किसानों को कांग्रेस का साथ भी मिला है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि अगर मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गयी तो जल्द ही जिले में आंदोलन किया जाएगा.

वहीं जिला अफीम अधिकारी दीपक दुबे ने किसानों को उचित जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है, पूरे मामले की जांच की जाएगी. बता दें कि रविवार को नारकोटिक्स विभाग की एक टीम ग्राम लीलदा में अफीम की फसल की जांच के लिए पहुंची थी, जिसके बाद से ही यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.

Intro:मंदसौर:नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों की टीम द्वारा रविवार को जिले के ग्राम लीलदा में की गई आकस्मिक तोल और जांच की कार्रवाई से नाराज जिले के किसान आज सड़कों पर उतर आए। किसानों ने दोषी अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग उठाई है ।वही जांच की इस कार्रवाई में महिलाओं से हुए अभद्र व्यवहार और किसानों को धमकाने के मामले ने भी अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस मामले में कांग्रेस ने किसानों का साथ देते हुए अब तगड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है।


Body:रविवार के दिन केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के उज्जैन अधीक्षक लाला राम दिनकर की 4 सदस्यी टीम द्वारा नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम लीलदा में पहुंचकर अफीम के आकस्मिक तोल और जाट की कार्रवाई से किसानों में भारी नाराजगी का माहौल है। किसानों का आरोप है कि जांच के नाम पर अधिकारी किसानों को बेवजह धमका रहे हैं। वहीं उन्होंने महिला कृषकों के साथ अभद्र व्यवहार किया है। विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद ग्राम लीलदा में रविवार को भारी हंगामा हुआ। लेकिन घटना के 24 घंटे बाद भी जिला अधिकारियों द्वारा मामले की जांच ना किए जाने से ,सोमवार की दोपहर के वक्त जिले के सैकड़ों किसान सड़कों पर उतर आए ।किसानों ने जिला कार्यालय पर हंगामा खड़ा करते हुए अधिकारियों का घेराव कर दिया। किसानों ने जांच के नाम पर अधिकारियों द्वारा लूट खसौट करने का भी आरोप लगाया है ।वहीं महिला कृषकों ने रविवार के दिन हुई कार्रवाई के मामले में भी नाराजगी जताते हुए दोषी अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करने की भी मांग उठाई है ।इस मामले में मंदसौर के किसानों ने विभाग के अधिकारियों को आगाह करते हुए वर्ष 2017 की तरह दोबारा किसान आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी। इधर किसानों के आक्रोश के मद्देनजर सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस ने भी किसानों का साथ देते हुए विभाग के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी हैं। हालांकि विभाग के जिला अधिकारी दीपक दुबे ने खुद रविवार की घटना की जांच कर , कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। byte 1: दुर्गाबाई, पीड़ित किसान byte 2: कमलेश पटेल, किसान पिपलिया byte 3: राजेंद्र सिंह गौतम, पूर्व अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी, मंदसौर byte 4:दीपक दुबे ,जिला अफीम अधिकारी ,मंदसौर विनोद गौड़, मंदसौर


Conclusion:
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