मंदसौर.कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के देखते सरकार ने शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया है. इसी दौरान शादियों का सीजन भी नजदीक आने वाला है ऐसे में बैंड व्यापारियों को यह डर सता रहा है कि कहीं पिछले साल की तरह इस साल भी उनका व्यापार चौपट न हो जाए. इसी को लेकर बैंड संचालकों ने शहर के गांधी चौराहे पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बैंड- बाजा संचालकों के साथ टैंट और केटर्स व्यापारी भी मौजूद रहे.
'कर्ज लेकर फिर से शुरू किया व्पायार'
विरोध कर रहे व्यापारियों का कहना है कि पिछले साल भी कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से उनका व्यापार चौपट हो गया जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ा था. इस साल उन्होंने जैसे-तैसे कर्ज लेकर फिर से अपना कारोबार शुरू किया है, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई शादियों में 50 लोगों के शामिल होने की गाइडलाइन के कारण उन्हें काम नहीं मिल पा रहा है.इस वजह से उनके लिए हालात एक बार फिर मुश्किल हो गए हैं.
शादी में 500 लोगों की दी जाए अनुमति
टेंट, केटर्स और बैंड बाजा संचालकों का कहना है कि हमारे साथ काम करने वाले मजदूरों की संख्या ही 10 से अधिक होती है. ऐसे में इतनी कम संख्या में काम कर पाना संभव नहीं है, इसलिए सरकार शादी-विवाह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या बढ़ाकर 500 कर दे. व्यापारियों का कहना था कि प्रदेश में लगे 60 घंटे के कोरोना कर्फ्यू के बीच होने वाली शादियां कैंसिल हो गई हैं. इससे भी उन्हें काफी नुकसान हुआ है.
कलेक्टर पहले बोले लोगों की जान बचाना जरूरी
इस पूरे मामले पर जिला कलेक्टर मनोज पुष्प का कहना है कि अभी हमारे सामने लोगों की जान बचाना सबसे बड़ी चुनौती है. इसीलिए छोटे-छोटे चरणों का कर्फ्यू लगाया जा रहा है. ऐसा होने से शायद लंबे समय तक कोरोना कर्फ्यू लगाने की जरूरत न पड़े और हम कोरोना के संक्रमण से कुछ निजात पा सकें.