मंडला। मंत्री अगर भाषण देने के लिए मंच पर जाए और सामने कुर्सियां खाली हो तो उनका नाराज होना लाजमी है. ऐसा ही कुछ नजारा मंडला में आयोजित दो दिवसीय आलू महोत्सव में सामने आया. जहां केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भाषण देने मंच पर पहुंचे और सामने से भीड़ गायब थी. ऐसे में उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास लगा दी.
खाली कुर्सियों को देख भड़के मंत्री
केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मुख्य अतिथि के तौर पर मंडला में आयोजित आलू महोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे. यहां किसान तो आए थे, लेकिन जब केंद्रीय मंत्री भाषण देने के लिए मंच पर चढ़े तब सामने से भीड़ नदारद थी. कुर्सियां लगभग खाली पड़ी हुई थी, जिसे देख मंच पर ही फग्गन सिंह कुलस्ते अधिकारियों पर जमकर बरसे. उन्होंने कार्यक्रम के प्रबंधन अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि अगर सभा में लोग ही नहीं होंगे तो वह संवाद किससे करेंगे.
खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गैरहाजिर अधिकारियों की लगाई क्लास
अधिकारियों के फूले हाथ पांव
केंद्रीय मंत्री की नाराजगी देख वहां मौजूद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. कार्यक्रम का आयोजन करवा रहे जिम्मेदारों ने मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया, लेकिन जैसे ही राज्य मंत्री भाषण देने के लिए अपनी सीट से उठकर मंच पर पहुंचे. सभा के पंडाल में मौजूद ज्यादातर किसान वहां से जा चुके थे. सभा में गिनती के ही कुछ किसान बचे थे.
आलू महोत्सव के दौरान दिखाई नाराजगी
मंडला में दो दिवसीय राष्ट्रीय आलू महोत्सव का आयोजन हुआ,लेकिन आयोजन के दौरान ही किसानों के चले जाने के बाद पंडाल में खाली कुर्सियां बचीं. जिसे देख मंत्रीजी आग बबूला हो गए. उन्होंने मंच से ही प्रबंधन कर रहे अधिकारियों को फटकार लगा दी, यहां दूर-दूर से किसानों को फसल संबंधित जानकारी देने के लिए वैज्ञानिक आए हुए थे. कुलस्ते का कहना था कि जब किसान ही नहीं होंगे तो वैज्ञानिक ट्रेनिंग किसे देंगे? आम तौर पर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते नर्म स्वभाव रखते हैं. उन्हें नाराज होते बहुत कम देखा जाता है, यही वजह की अचानक मंत्री के आगबबूला होने से अधिकारियों की जान सांसत में पड़ गयी.