खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में कोरोना महामारी के बीच 9 विकास खंडों के 594 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत काम शुरु किया गया है, जिससे लॉकडाउन में भी मजदूरों को रोजगार मिल रहा है, इनमें वो मजदूर भी शामिल हैं, जो दूसरे राज्यों से अपने घर लौटे हैं.
मनरेगा के तहत मजदूरी कर रहे मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया था, जिसके चलते आर्थिक स्थिति खराब हो रही थी, लेकिन ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत कार्य शुरू हुआ तो यहां काम करने आने पर काफी अच्छा लग रहा है.
जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि कुछ कंटेन्मेंट एरिया को छोड़कर बाकी पंचायतों में 9300 कार्य शुरू किए गए हैं. जिनमें 73000 मजदूर काम कर रहे हैं. इनमें 29700 प्रवासी मजदूर हैं, जो अन्य प्रदेशों और जिलों में कार्य करने गए थे, जबकि 25000 वो मजदूर हैं जो क्वारेंटाइन से बाहर आ गए हैं, उन्हें भी मजदूरी पर रखा जा रहा है.
जिला प्रशासन की कोशिश है कि कोरोना महामारी के चलते दूसरे राज्यों से लौटे ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार मुहैया हो जाए.