खंडवा। लॉकडाउन ने सब्जी के खेती करने वाले किसानों की कमर तोड़ दी है. किसानों को उनकी फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिल पाया. किसानों ने बड़ी उम्मीद से फसलें लगाई थीं कि उसे अच्छा भाव मिलेगा. लेकिन किसान उस फसल को बेच नहीं पा रहा है. अनाज उत्पादक किसान तो फिर भी अपनी उपज को सहेजकर रख सकते हैं. लेकिन सब्जी, फल और फूल की खेती करने वाले किसान इस लॉकडाउन की मार झेल रहे हैं.
जिले के किसान मोहब्बत पटेल ने बताया कि, टमाटर की पहली खेप तो उन्होंने बेच दी. लेकिन दूसरी खेप नहीं भेज पाए और वह उनकी टमाटर की फसल खराब हो गई. वहीं बुजुर्ग किसान नानकराम मानकर ने कहा कि, उन्होंने बैंगन लगाए थे. अब पक पककर सड़ रहे हैं. लेकिन मंडी नहीं ले जा सकते, ऐसे में उन्हें सवा से डेढ़ लाख का नुकसान हो रहा है. वहीं एक अन्य किसान पुनाजी पटेल ने भी कहा कि, वे अपने टमाटर की पहली खेप बेच आए थे. लेकिन दूसरी खेप में जो टमाटर बचा हुआ था. उसे भी मंडी तक नहीं ले जा पाए और जानवरों को खिलाना पड़ा. कम से कम 1 लाख के टमाटर सड़कर खराब हो गए.