खंडवा। लंबे समय से जलसंकट झेल रहे तुलसी स्टेट कॉलोनी के रहवासियों का गुस्सा बुधवार को फूट पड़ा. नारेबाजी करते हुए कॉलोनी की महिलाएं दोपहर करीब 12 बजे खाली मटके लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंच गईं. यहां पानी की मांग करते हुए महिलाओं ने नगर निगम के गेट पर मटके फोड़े. इसके बाद गेट पर ही रास्ता रोककर महिलाएं धरने पर बैठ गईं. यहीं नहीं निगमायुक्त के आने पर उन्हें भी खूब खरी-खोटी सुनाई.
- ट्यूबवेल बंद होने के बाद कॉलोनी में गहरा जल संकट
गर्मी बढ़ने के साथ ही जमीन का जलस्तर कम होते ही ट्यूबवेल दम तोड़ने लगे हैं. ऐसे में जलसंकट गहराने लगा है. लोगों को मार्च से ही जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी ही कुछ स्थिति बड़गांव भीला रोड की तुलसी स्टेट कॉलोनी के रहवासियों की है. उन्हें जलसंकट की समस्या से जूझना पड़ रहा है. पानी के लिए महिलाएं दूर-दूर तक भटकने को मजबूर हैं.
- तुलसी स्टेट के रहवासियों ने आधे घंटे तक किया प्रदर्शन
रहवासी कॉलोनी में पेयजल डिस्ट्रीब्यूशन लाइन डाले जाने की मांग को लेकर लगातार नगर निगम में गुहार लगा रहे है. इसके बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो बुधवार काे कॉलोनीवासी निगम कार्यालय पहुंच गए. नगर निगम हाय-हाय, पानी दो-पानी दो, त्राहिमाम-त्राहिमाम के नारे लगाते हुए महिलाएं निगम के मुख्य द्वार पर ही धरने पर बैठ गईं. करीब आधे घंटे तक प्रदर्शन किया.
बैरसिया में जल संकट गहराया, गुस्साए लोगों ने नगरपालिका के सामने फोड़े मटके
- मटका फोड़ कर जताया आक्रोश
आक्रोशित महिलाओं ने नगर निगम के गेट पर ही मटके फोड़कर अपना आक्रोश जताया. आक्रोशित महिलाओं को समझाइश देने के लिए मौके पर उपायुक्त दिनेश मिश्रा पहुंचे. उन्होंने आश्वास्त किया कि जलसंकट दूर करने के लिए कॉलोनी में टैंकरों से पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन महिलाएं समस्या का स्थायी हल करने की मांग पर अड़ी रहीं. ऐसे में महिलाओं को समझाइश देने के लिए निगमायुक्त हिमांशु भट्ट को मौके पर आना पड़ा.
निगमायुक्त हिमांशु भट्ट ने बताया कि कॉलोनी में नर्मदा जल की डिस्ट्रीब्यूशन लाइन डालने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं. 20 अप्रैल तक काम पूरा हो जाएगा. तब तक जलसंकट दूर करने के लिए टैंकरों से ही पानी पहुंचाना पड़ेगा. महिलाओं ने प्रतिदिन पांच टैंकर पानी देने की मांग नगर निगम आयुक्त से की, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. तब कहीं जाकर महिलाओं ने प्रदर्शन खत्म किया.