झाबुआ। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है, जिसके चलते गुजरात के विभिन्न शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों में मजदूरी करने वाले श्रमिक लौटते समय झाबुआ जिले के सीमा में फंस गए, जिन्हें सरकार ने विभिन्न क्वॉरेंटाइन सेंटरों में ठहराया था. लॉकडाउन के चलते गुजरात में औद्योगिक इकाइयों के बंद हो जाने से श्रमिकों का रोजगार खत्म हो गया. रोजगर नहीं होने और लॉकडाउन होने से बड़ी संख्या में श्रमिक घर जाने के लिए पैदल चल रहे हैं.
देश भर में मजदूरों के पलायन से कोरोना फैलने का खतरा बढ़ गया है, जिसके चलते केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिया था कि श्रमिक जहां है, वहीं रहें. लेकिन सैकड़ों की संख्या में मजदूर आ रहे हैं, जिसकी वजह से जिले के अलग-अलग इलाकों में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रुकवाया जा रहा है.
श्रमिकों के लिए भोजन और रहने की व्यवस्था की जा रही है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों ने 20 दिन से ज्यादा समय गुजार लिया है. उत्तर प्रदेश के श्रमिकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुलाने की अपील की है. इधर प्रशासन ने साफ किया है कि सरकार की गाइडलाइन जारी होने के बाद ही इन प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजा जायेगा.