जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर किन्नरों ने संत अखिलेश्वरानंद महाराज से गुरु दीक्षा ली. दीक्षा लेने के बाद किन्नरों ने प्रण लिया कि वह हमेशा सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए अग्रसर रहेंगे.
संत अखिलेश्वरनंद महाराज से गुरु दीक्षा लेते हुए उन्होंने कहा कि अब हमारा पूरा जीवन सनातन धर्म को आगे बढ़ाने पर रहेगा. स्वामी अखिलेश्वरानंद भी किन्नरों को गुरु दीक्षा देते हुए शांति का अनुभव महसूस कर रहे थे. स्वामी अखिलेश्वर आनंद महाराज ने कहा कि समाज में किन्नर अपने आप को अपेक्षित महसूस कर रहा है आज इनका पूरा जीवन अधर में है और न ही इन्हें आमजन स्वीकार कर रहे हैं और न ही शासन.
![Eunuchs took swami akhileshwar nand ji guru deeksha](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-jab-03-kinner-guru-suneel-7202638_06072020171117_0607f_02240_232.jpg)
समाज नहीं करता किन्नरों को स्वीकार
किन्नर बबली तिवारी ने बताया कि किन्नरों को भारतीय समाज में उपेक्षित माना जाता है. इतना ही नहीं शासन भी लगातार किन्नरों से दूरी बनाकर रखा हुआ है. वर्तमान में इनकी हालात दयनीय हो गई है. उनके परिजन उन्हें स्वीकार नहीं कर रहे हैं. ऐसे में अब यह किन्नरों ने सनातन धर्म को अग्रसर करने के लिए दीक्षा ली है. किन्नरों ने स्वामी अखिलेश्वरानंद से आशीर्वाद लेते भगवान से प्रार्थना की है कि सभी पर अपनी दया दृष्टि बनाकर रखें.