जबलपुर। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जबलपुर में हैं. यहां हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पर उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. आरएसएस प्रमुख का कहना है कि भारत विश्व गुरु बनेगा ये पहली बार स्वामी विवेकानंद ने कहा था. लेकिन उस समय ऐसी परिस्थिति किसी को नहीं दिख रही थी. मोहन भागवत ने स्वामी अरविंद के विचारों के बारे में कहा कि सनातन धर्म को मजबूत करो. मोहन भागवत के अनुसार उस समय भी ऐसी परिस्थिति नहीं थी, जिससे भारत के विश्व गुरु होने की कोई गुंजाइश बन सके. आरएसएस प्रमुख जबलपुर में दिवंगत संत श्याम देवाचार्य की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आए हुए हैं. इस कार्यक्रम में जबलपुर के सांसद राकेश सिंह, सांसद सुमित्रा वाल्मिक जबलपुर के आसपास के संतों के अलावा देश के कई इलाकों से आए संत भी शामिल हुए.
खुद को विकसित करो : भागवत ने कहा कि अब भारत महाशक्ति बन चुका है. अब भारत महाशक्ति के रूप में पहचाना जाने लगा है. उनके अनुसार पूरी दुनिया इस बात को मानने के लिए तैयार है. लेकिन भारत महाशक्ति के रूप में किसी को पीड़ित करने वाला नहीं है, बल्कि वह कमजोर की रक्षा करेगा. पूरी दुनिया को धर्म का पाठ सिखाएगा. भारत महाशक्ति के रूप में लोगों को यह समझाएगा कि सबके विकास में ही सबका विकास है. इसलिए एक-दूसरे की मदद करो और खुद को विकसित करो.
Also Read: ये खबरें भी पढ़ें... |
भारत किसी के सामने नहीं झुका : राष्ट्र विकास की अवधारणा पर मोहन भागवत ने धर्म के तीन आधार करुणा, शुचिता और परिश्रम के आधार पर राष्ट्र निर्माण की बात कही. उनका कहना है कि हम ऐसा मॉडल दुनिया को देंगे, जो लोगों को बताएगा कि सनातन धर्म के आधार पर राष्ट्र निर्माण कैसे किया जाता है. उन्होंने कहा कि हम किसी को कन्वर्ट नहीं करेंगे और ना ही हम किसी पर हमला करेंगे. बल्कि लोगों से कहेंगे कि वे धर्म के आधार पर अपने देश का निर्माण करें. भागवत ने कहा कि अभी जब पूरी दुनिया दो दलों में बट चुकी है, तब भारत बड़ी मजबूती से खड़ा रहा और किसी के सामने भी नहीं झुका. यह भारत के महाशक्ति होने का एक प्रमाण है.