जबलपुर। हजारों की भड़ी में, भरे मंच पर एक मुस्लिम युवक को जबलपुर में हिन्दू धर्म में कंवर्ट किया गया. युवक के बारे में जो जानकारी है उसके मुताबिक उसने अपनी मर्जी से घर वापसी अभियान के तहत हिन्दू धर्म अपनाया है. युवक का दावा है कि उसके आगे पीछे कोई नहीं है और वो हिन्दू धर्म से काफी आकर्षित है, लिहाजा उसकी 7 साल पुरानी इच्छा अब जाकर पूरी हुई. भरी सभा में अयोध्या के संत राजूदास महाराज ने यह कंवर्जन कराया. उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ गदा यात्रा निकाली जा रही है और इसमें सनातनी लोगों का स्वागत है. साथ ही जो लोग घर वापसी करना चाहते हैं उनका भी वो अभिनंदन करेंगे.
गदा यात्रा में ऐलान और कंवर्जन: दरअसल हिंदू सेवा परिषद की ओर से एक ऐतिहासिक गदा यात्रा निकाली गई, जिसमें अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास शामिल हुए. मंच से उन्होंने हिन्दू युवाओं में जोश भरा. इसके साथ ही भरे मंच से कहा कि आज एक मुस्लिम युवक घर वापसी करना चाहता है और वो यहीं सभा में हिन्दू रिती रिवाज से धर्म परिवर्तन करेगा. बाद में राजू दास ने युवक का तिलक कर हिन्दू धर्म में स्वागत किया. इस घोषणा के थोड़ी ही देर में महंत राजू दास महाराज ने युवक की घर वापसी कराई. यात्रा के समापन पर एक युवक ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया.
सज्जाद से रोमी ठाकुर बनने की यात्रा: धर्म परिवर्तन करने वाले युवक का नाम सज्जाद खान है जिसका नया नाम रोमी ठाकुर हो गया है. अयोध्या के हनुमानगढ़ी से आए महंत राजू दास महाराज ने सज्जाद का तिलक लगाकर भगवा शॉल पहनाया और रोमी ठाकुर नाम दिया. इस अवसर पर संत राजू दास महाराज ने मंच से कहा कि सदियों पहले सनातन धर्म ही एकमात्र धर्म था लेकिन दूसरे देशों से आए आक्रांताओं ने यहां धन और डर दिखाकर लोगों को दूसरे धर्म में शामिल कर लिया. लेकिन अब जागृति आ रही है और लोग घर वापसी कर रहे हैं. वहीं धर्म परिवर्तन करने वाले सज्जाद उर्फ रोमी ठाकुर ने बताया कि वह वर्ष 2016 से ही धर्म परिवर्तन करना चाहता था. उसके परिवार में कोई नहीं है और ना ही उसके दोस्त हैं. उसके मन में हिंदू धर्म के प्रति गहरी आस्था है इसलिए उसने मुस्लिम से हिंदू बनने का फैसला लिया.
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MP में इससे पहले भी हुआ है धर्म परिवर्तन: ऐसा नहीं की मध्य प्रदेश में हाल के महीनों में यह कोई पहली घर वापसी हो. इससे पहले मंदसौर में प्यार की खातिर भी धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया था. झाबुआ में साल 2022 की बात है जब 250 क्रिश्चन धर्म के लोगों ने अपना धर्म बदला. यह धर्म परिवर्तन क्रिसमस के मौके पर हुआ था. इसके साथ ही बड़ी संख्या में दमोह में धर्म परिवर्तन बागेश्वर के पंड़ित धीरेंद्र शास्त्री ने भी कराया जिसकी जमकर आलोचना भी हुई थी. बागेश्वर में एमपी के दमोह में कथा कार्यक्रम में ही 165 फैमिली के कम से कम 328 लोगों की घर वापसी कराई थी. इस पर काफी विवाद भी हुआ. बागेश्वर ने खुले कार्यक्रम में जो एक गार्डन में हुआ वहां धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों को आशिर्वाद दिया और पुरोहितों से हवन के साथ पूजन कराया. बागेश्वर धाम के सरकार धीरेंद्र शास्त्री ने घर वापसी कर रहे लोगों को शपथ दिलाया था.
यही नहीं रतलाम में 32 मुस्लिम लोगों ने हिन्दू धर्म को अपनाया और घर वापसी का ऐलान भी साल 2022 में ही किया था. मुरैना के एक मुस्लिम परिवार ने भी सनातन धर्म को अपनाने का ऐलान पिछले महीने ही किया था. शख्स का नाम युसूफ था और इसका परिवार समाज के दबंग लोगों से काफी परेशान था. एमपी के शाजापुर जिले के शुजालपुर में भी आरिफ नाम के एक युवक ने हिन्दुत्व को अपनाया था.